लॉकडाउन में मुश्किलें: गर्भवती महिला ने रास्ते में दिया बच्चे को जन्म, सिर्फ 2 घंटे आराम कर तय किया 150 किमी सफर
लॉकडाउन में मुश्किलें: गर्भवती महिला ने रास्ते में दिया बच्चे को जन्म, सिर्फ 2 घंटे आराम कर तय किया 150 किमी सफर
डिजिटल डेस्क, भोपाल। नोवल कोरोनोवायरस के कारण लागू लॉकडाउन के कारण प्रवासी मजदूर वापस अपने घर जाने के लिए मजबूर है। बड़ी संख्या में श्रमिक लगातार पलायन कर रहे हैं। अपने घर पहुंचने के लिए भूखे-प्यासे पैदल चलकर लंबा सफर तय कर रहे हैं। इस बीच महाराष्ट्र से एक खबर सामने आई है जहां नासिक से पैदल निकली एक गर्भवती महिला ने रास्ते में ही बच्चे को जन्म दिया।
2 घंटे आराम किया
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गर्भवती महिला और उसका पति नासिक से मध्यप्रदेश के सतना शहर अपने गांव वापस जा रहे थे। इस बीच गर्भवती महिला ने रास्ते में एक बच्चे को जन्म दिया। महिला के पति ने बताया कि बच्चे के जन्म होने के बाद हमने दो घंटे आराम किया। फिर करीब 150 किमी तक का सफर पैदल चलकर तय किया।
मां और बच्चा दोनों स्वस्थ्य
इस मामले पर सतना के ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर एके राय ने कहा कि हमें पता चला कि सीमा पर प्रशासन ने उनके लिए बस की व्यवस्था की क्योंकि वे उचेहरा पहुंच गए थे। हम उन्हें लेकर आए हैं और सभी जांच की है। मां और बच्चा दोनों स्वस्थ्य हैं।
MP: A pregnant migrant worker who was walking back to her village in Satna from Nashik in Maharashtra amid #CoronavirusLockdown, delivered a child on the way. Her husband says, "after she gave birth we rested for 2 hours then we walked for at least 150 km." (12.5) pic.twitter.com/WubC97wabz
— ANI (@ANI) May 13, 2020
12 मई तक चली 500 से ज्यादा श्रमिक स्पेशल ट्रेन
गौरतलब है कि श्रमिकों को उनके घर पहुंचाने के लिए स्पेशल ट्रेनों का संचालन भी किया जा रहा है। भारतीय रेलवे 12 मई तक 542 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का परिचालन कर चुका है। इन ट्रेनों के जरिए 6.48 लाख लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया गया। कुल 542 ट्रेनों में से 448 अपने गंतव्य तक पहुंच गई हैं और 94 ट्रेनें रास्ते में हैं।