पांच दिन में ही खुली बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की पोल, एक बारिश की फुहार नहीं झेल पाई, पीएम मोदी ने किया था शुभारंभ

योगी के 'विकास' की खुली पोल पांच दिन में ही खुली बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की पोल, एक बारिश की फुहार नहीं झेल पाई, पीएम मोदी ने किया था शुभारंभ

Bhaskar Hindi
Update: 2022-07-21 13:29 GMT
पांच दिन में ही खुली बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की पोल, एक बारिश की फुहार नहीं झेल पाई, पीएम मोदी ने किया था शुभारंभ

डिजिटलड डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बीते पांच दिन पहले ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया था और देश की जनता को बड़ी सौगात दी थी। लेकिन एक्सप्रेस के पोल उस वक्त खुल गई जब बारिश की एक फुहारे भी नहीं झेल पाई और सड़क धंस गई। खबरों के मुताबिक, सड़क पर करीब दो फीट गहरा गड्ढा हो गया, जिसकी वजह से बीते बुधवार को एक कार फंसकर क्षतिग्रस्त हो गई।

मामला मीडिया में आने के बाद आला अधिकारियों में हड़कंप मच गया। क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत के लिए जेसीबी मशीन पहुंची और ठीक कराया गया। सोशल मीडिया पर भी लोग सरकारी अधिकारियों पर हमलावर दिखे और सड़क की गुणवत्ता को लेकर नाराजगी जताई। इस घटना से पूरे देश में हलचल मच गई और तत्काल अधिकारियों ने जांच के आदेश दे दिए हैं।

पीएम मोदी ने किया था उद्घाटन

एक्सप्रेस-वे सड़क की घटना का मामला इसलिए भी तूल पकड़ लिया क्योंकि बीते 16 जुलाई को पीएम मोदी और खुद सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका लोकार्पण किया था। यूपी के जालौन के कैथेरी गांव में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया था। एक्सप्रेस-वे की सड़क की घटना को लेकर  सियासत शुरू हो गई है। विपक्षी दल योगी सरकार पर जमकर हमला बोल रहे हैं।

बताया जा रहा है कि इस एक्सप्रेस-वे पर बीते पांच दिन के भीतर पांच लोगों की मौतें भी हो चुकी हैं। वहीं बुधवार को एक और कार दुर्घटनाग्रस्त हुई जिसका वीडियो बनाकर लोगों ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है। मामला संज्ञान में आने के बाद जालौन के जिलाधिकारी ने यूपीडा के अधिकारियों को जानकारी देते हुए जांच के आदेश दिए हैं। 

  
एक्सप्रेस वे की गुणवत्ता पर उठ रहा सवाल

बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की सड़क धंसने की खबर के बाद शासन-प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। आनन-फानन में अधिकारी जेसीबी लेकर मौके पर सड़क को ठीक करने के लिए पहुंच गए। हालांकि, इसके बाद सड़क की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे और लोगों ने तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देना शुरू कर दी।

लोगों कहा कहना है कि बुंदलेखंड एक्सप्रेस-वे योगी सरकार की ड्रीम प्रोटेक्ट था, जिसके उद्घाटन में देश के पीएम मोदी भी शामिल हुए थे, लेकिन बनने में लगे करोड़ों रूपए भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ गए। लोकार्पण के महल 5 दिन के भीतर सड़क का धंस जाना बताता है कि मानक के अनुसार सड़क नहीं बनाया गया और घटिया क्वालिटी के मैटेरियल का इस्तेमाल किया गया।

अधिकारियों के होश उड़े

एक्सप्रेस-वे की घटना प्रकाश में आते ही अधिकारियों के होश उड़ गए। मौके पर जेसीबी के साथ कर्मचारी और अधिकारी पहुंचे। यूपी सरकार के मुताबिक, कार्यदायी संस्था ने समय से पहले काम पूरा होने पर सरकार के करीब 1132 करोड़ रूपए भी बचाए हैं। इस एक्सप्रेस-वे का काम 28 महीने में ही पूरा हो गया। योगी सरकार में अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी इस प्रोजेक्ट की लगातार मॉनिटरिंग कर रहे थे। लेकिन बीती रात एक्सप्रेस-वे की सड़क धंसने की खबर आने के बाद अफसर भी परेशान है। 


 

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