गुलाब के फूलों से हुआ प्रधानमंत्री का स्वागत, काशीवासियों ने लगाए 'हर हर महादेव' के नारे
काशी की धरती पर पीएम मोदी गुलाब के फूलों से हुआ प्रधानमंत्री का स्वागत, काशीवासियों ने लगाए 'हर हर महादेव' के नारे
- 436 साल में तीसरी बार मंदिर का जीर्णाद्धार
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंच चुके है, जहां लोगों ने उनका स्वागत गुलाब के फूलों से किया। जब वाराणसी के संकरी गलियों से पीएम गुजरें तो, लोगों ने उन पर गुलाब के फूल बरसाए और "हर हर महादेव" के नारे भी लगाए। वाराणसी की धरती पर कदम रखने के तुरंत बाद पीएम काल भैरव मंदिर गए और वहां दर्शन-आरती की। फिर क्रूज के माध्यम से गंगा मार्ग से होते हुए ललिता घाट पहुंचे और गंगा में डुबकी लगाई।
#WATCH | PM Narendra Modi offers prayers, takes a holy dip in Ganga river in Varanasi
— ANI UP (@ANINewsUP) December 13, 2021
The PM is scheduled to visit Kashi Vishwanath Temple and inaugurate the Kashi Vishwanath Corridor project later today
(Video: DD) pic.twitter.com/esu5Y6EFEg
बता दें कि, विश्वनाथ धाम में आदि शंकराचार्य, महारानी अहिल्याबाई, भारत माता और कार्तिकेय की प्रतिमाओं को स्थापित किया चुका है। काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही पंगत में बैठकर बाबा का प्रसाद ग्रहण करेंगे।
ध्वस्त और पुननिर्माण मंदिर का इतिहास
औरंगजेब से पहले 1194 में कुतुबुद्दीन ऐबक ने काशी विश्वनाथ मंदिर पर हमला किया था। 13वीं सदी में एक गुजराती व्यापारी ने मंदिर का नवीनीकरण कराया। 14वीं सदी में शर्की वंश के शासकों ने मंदिर को नुकसान पहुंचाया। 1585 में एक बार फिर टोडरमल द्वारा काशी विश्वनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण कराया गया था। अब 436 साल में तीसरी बार मंदिर का जीर्णाद्धार विश्वनाथ धाम के रूप में हुआ है।
मुगल शासक औरंगजेब ने 1669 में आदि विश्वेश्वर के मंदिर को ध्वस्त किए जाने के बाद 1777 में मराठा साम्राज्य की महारानी अहिल्याबाई ने विश्वनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया था। 1835 में राजा रणजीत सिंह ने मंदिर के शिखर को स्वर्ण मंडित कराया तो राजा औसानगंज त्रिविक्रम सिंह ने मंदिर के गर्भगृह के लिए चांदी के दरवाजे चढ़ाए थे।
बीजेपी के 12 सीएम के साथ मौजूद रहेंगे अध्यक्ष नड्डा
काशी के कोतवाल बाबा कालभैरव के दरबार में दर्शन करने के बाद क्रूज से प्रधानमंत्री ललिता घाट पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री के यजमान के रूप में अनुष्ठान करने तक पूरी काशी में मंत्र गूंजेंगे। लोकार्पण के बाद पीएम शाम को क्रूज पर अर्द्धचंद्राकार घाटों पर सजने वाली शिव दीपावली और गंगा आरती देखेंगे। इस दौरान 12 बीजेपी शासित राज्यों के सीएम भी होंगे।