आर्मी चीफ बोले- पाक का POK पर अवैध कब्जा, आतंकवादी करते हैं नियंत्रित
आर्मी चीफ बोले- पाक का POK पर अवैध कब्जा, आतंकवादी करते हैं नियंत्रित
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को आतंकवादी नियंत्रित करते हैं। बिपिन रावत ने गिलगित-बाल्टिस्तान और पीओके को पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाला क्षेत्र बताया।
बिपिन रावत ने कहा, "जब हम जम्मू-कश्मीर कहते हैं, तो जम्मू और कश्मीर के पूरे राज्य में पीओके और गिलगित बाल्टिस्तान भी शामिल होता हैं। इसलिए पीओके और गिलगित बाल्टिस्तान कब्जे वाला क्षेत्र है। यह इलाका हमारे पश्चिमी पड़ोसी के कब्जे में है।"
रावत ने कहा, "जिस क्षेत्र पर पाकिस्तान ने अवैध रूप से कब्जा कर लिया गया है, उसे पाकिस्तानी इस्टेबलिशमेंट नियंत्रित नहीं करती है। इस हिस्से को वास्तव में आतंकवादी नियंत्रित करते हैं।
#WATCH Delhi: Army Chief General Bipin Rawat says, "...The territory which has been illegally occupied by Pakistan is not controlled by the Pakistani establishment, it is controlled by terrorists. PoK is actually a terrorist controlled part of Pakistan." pic.twitter.com/jS8lGVddJw
— ANI (@ANI) October 25, 2019
Army Chief General Bipin Rawat: The territory which has been illegally occupied by Pakistan is not controlled by the Pakistani establishment, it is controlled by terrorists. PoK is actually a terrorist controlled country or a terrorist controlled part of Pakistan. https://t.co/aydW2RH7Wy
— ANI (@ANI) October 25, 2019
बता दें कि आजादी के समय जम्मू और कश्मीर एक स्वतंत्र राज्य था। जब पाकिस्तान ने अपने सैनिकों की मदद से इसे हासिल करने की कोशिश की तब जम्मू और कश्मीर के राजा हरि सिंह ने भारत से मदद मांगी। भारत ने जम्मू-कश्मीर के स्वतंत्र राज्य होने के चलते मदद करने में असमर्थता व्यक्त की। भारत ने महाराजा को देश में शामिल होने के लिए कहा ताकि वह उनकी मदद कर सके।
इसके बाद महाराजा हरि सिंह ने भारत के साथ एक संधि पर हस्ताक्षर किए, जिससे जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग बन गया। एक साल बाद, पाकिस्तान ने फिर से भारत पर हमला किया और इस बार उसने जम्मू-कश्मीर के 35% क्षेत्र पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया।
हर साल 22 अक्टूबर को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में पाकिस्तान के कब्जे के विरोध में बड़े पैमाने पर रैलियां निकलती हैं, जनसभाएं होती हैं और विरोध प्रदर्शन होते हैं। ये प्रदर्शन मुजफ्फराबाद, रावलकोट, कोठ, गिलगिट और हजीरा में होते हैं। इस दौरान बड़े पैमाने पर पाकिस्तानी सेना के खिलाफ नारे भी लगाए जाते हैं।