स्कूलों में लागू हो सकता है Odd-Even, बढ़ते प्रदूषण के बीच वर्क फ्रॉम होम की भी सिफारिश
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का कहर स्कूलों में लागू हो सकता है Odd-Even, बढ़ते प्रदूषण के बीच वर्क फ्रॉम होम की भी सिफारिश
- Odd-Even फॉर्मूला के तहत आधे छात्रों को फिजिकल क्लास के लिए बुलाया जाएगा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली में प्रदूषण का लेवल बढ़ता ही जा रहा है। जहराली हवा में सांस लेना तक दुर्भर होता जा रहा है। वातावरण कोहरे से ढका हुआ है। ऐसे में बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते दिल्ली के स्कूलों में ऑड-इवेन फॉर्मूले के तहत खोला जा सकता है। राज्य सरकार ऑड-ईवन के आधार पर स्कूल, कॉलेज, शिक्षण संस्थान चलाने का निर्णय ले सकती है। दरअसल, राजधानी का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 500 पहुंच गया है, जो "खतरनाक" श्रेणी में आता है, जबकि कई जगहों पर यह 750 भी छू गया है। बता दें, इससे पहले राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR ) ने दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूलों को बंद करने की मांग की थी। एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने दिल्ली के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर हवा की गुणवत्ता में सुधार होने तक स्कूल बंद रखने की मांग की है।
कैसे काम करेगा Odd-Even
Odd-Even फॉर्मूला के तहत आधे छात्रों को फिजिकल क्लास के लिए बुलाया जाएगा, जबकि आधे छात्र घर रहेंगे। हफ्ते तीन दिन आधे छात्रों को शिक्षण संस्थान में उपस्थित होना होगा।
दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स के मद्देनजर लिए गए निर्णय
दिल्ली में AQI के बढ़ने से खराब होती आबोहवा को लेकर एयर क्वालिटी कमीशन ने कुछ बड़े निर्णय लिए है। इनमें शामिल हैं -
- जरूरी सामान के अलावा डीजल ट्रकों के प्रवेश पर रोक, चल सकेंगे सीएनजी व इलेक्ट्रिक ट्रक
- शहर के अंदर मीडियम और बड़ी गाड़ियों पर रोक
- जरूरी सामानों से जुड़ी गाड़ियों को रहेगी छूट
- शहरों में बीएस-4 की डीजल गाड़ियों पर रोक
- जो इंडस्ट्री क्लीन फ्यूल पर नहीं चल रही हैं उन पर रोक
- इमरजेंसी इंडस्ट्री जैसे दूध, डेयरी, दवाइयों व मेडिकल सामानों को छूट
- बड़े प्रोजक्ट के निर्माण पर भी रोक
आपको बता दें,दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए कहा था कि सीएक्यूएम इन सभी चीजों पर नजर बनाए हुए है। यदि एक्यूआई 450 से अधिक है, तो स्कूल जीआरएपी 4 के अनुसार बंद कर दिए जाएंगे।