बिना डॉक्टरी सलाह के आसानी से खरीद सकेंगे ये दवाएं, आपकी सुविधा के लिए बुखार से लेकर त्वचा रोग तक के लिए सरकार बदलने जा रही है दवा खरीदी के नियम

सीधे खरीद सकेंगे ये दवाएं बिना डॉक्टरी सलाह के आसानी से खरीद सकेंगे ये दवाएं, आपकी सुविधा के लिए बुखार से लेकर त्वचा रोग तक के लिए सरकार बदलने जा रही है दवा खरीदी के नियम

Bhaskar Hindi
Update: 2022-05-27 11:32 GMT
बिना डॉक्टरी सलाह के आसानी से खरीद सकेंगे ये दवाएं, आपकी सुविधा के लिए बुखार से लेकर त्वचा रोग तक के लिए सरकार बदलने जा रही है दवा खरीदी के नियम
हाईलाइट
  • भविष्य में और भी दवाईयों की जाएंगी शामिल

डिजिटल डेस्क भोपाल । जल्द ही आप डॉक्टर की पर्ची के बगैर दवाएं खरीद सकेंगे। सरकार इसको लेकर नए नियम बनाने जा रही है। सरकार इस नियम के जरिए लोगों को सहूलियत देने के साथ यह स्पष्ट कर देना चाहती है कि मेडिकल स्टोर पर किन दवाओं को केमिस्ट बिना डॉक्टरी पर्ची के बेच सकता है और किन को नहीं। सरकार जो नियम बनाने जा रही है, उसके अनुसार अब 16 दवाईयां ऐसी होगीं जो बिना डॉक्टरी सलाह के भी खरीदी जा सकेंगी। 

ओटीसी को लेकर आएगी नई पॉलिसी

सरकार की तरफ से ओवर-द-काउंटर यानी ओटीसी श्रेणी शुरु करने का प्रस्ताव दिया है। इसके लिए ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक रुल्स 1945 में परिवर्तन करना होगा। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस संबंध में एक ड्राफ्ट नोटिफिकेशन जारी किया है। इस नोटिफिकेशन 16 दवाओं को शामिल किया गया है। इस प्रस्ताव को स्वीकृत मिलने के बाद इन 16 दवाईओं को बिना डॉक्टर की प्रिसक्रिप्शन के खरीद सकेंगे। 

इन दवाईयों को किया जाएगा शामिल

स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी के अनुसार इस प्रस्ताव में ओटीसी के प्रस्ताव पर सरकार ने लोगों से उनका फीडबैक मांगा है। इस पर एक महीने के भीतर अपनी राय भेजी जा सकती है। पैरासिटामोल 500 एमजी, सोडियम क्लोराइड नेजल स्प्रे, केलामाइन लोशन, क्लोरोहेग्जीडाइन माउथ वॉश, फंगल क्रीम समेत 16 दवाएं शामिल हैं।

ओटीसी के प्रस्ताव पर सरकार ने लोगों से उनका फीडबैक मांगा है। इस पर एक महीने के भीतर अपनी राय भेजी जा सकती है। प्रस्ताव पर सरकारी मुहर लगने के बाद ये 16 दवाएं आपको बिना डॉक्टर की अनुमति के मिलनी शुरु हो जाएंगी।

किस काम की हैं ये दवाएं?

जिन दवाओं को इस सूची में शामिल किया गया है, अगर उनके उपयोग की बात करें तो पेरासिटामोल 500 का उपयोग बुखार और दर्द के इलाज में, सोडियम क्लोराइड नेजल स्प्रे का उपयोग बंद नाक के इलाज में, केलामाइन लोशन का उपयोग त्वचा से संबंधित समस्याओं को दूर करने में और फंगल क्रीम का उपयोग फंगल इंफेक्शन के इलाज के लिए किया जाता है 

गौरतलब है कि अभी भी कई ऐसी दवाएं हैं जो मेडिकल स्टोर्स पर बिना पर्ची के मिल जाती हैं। लेकिन बात करें ओटीसी की तो इसको लेकर अभी तक देश में कोई कानून नहीं है। सरकार को दवाओं के मामले में सलाह देने वाली संस्था ड्रग्स टेक्निकल एडवायजरी बोर्ड ने सरकार द्वारा ओटीसी दवाओं को लेकर बनाई गई नई पॉलिसी को हरी झंडी दी थी। पॉलिसी के बाद ओटीसी श्रेणी पर चर्चा हुई, जिसमें 16 दवाओं को इसके तहत शामिल किया गया। इस चर्चा में इस पर भी बात की गई कि इन 16 दवाओं के अलावा भी भविष्य में अन्य दवाओं को भी शामिल किया जाएगा। 

रहेंगी कुछ जरुरी शर्तें

ओटीसी श्रेणी के अंतर्गत आने वाली दवाओं के इस्तेमाल के लिए कुछ शर्त रखी गई हैं। पहली शर्त ये है कि मेडिकल स्टोर पर इस श्रेणी की दवाएं तभी बेची जा सकेंगी, जब इलाज 5 दिन से ज्यादा का न हो। दूसरी शर्त है कि अगर पेशेंट का स्वास्थ्य ठीक नहीं हो रहा है तो उसे डॉक्टर से एडवाइज लेनी होगी। तीसरी शर्त दवा के पैकेट को लेकर होगी, जिसके मुताबिक दवा के हर पैकेट पर पेशेंट के लिए इससे जुड़ी जानकारी रहनी चाहिए, और इस पैकेट का आकार पांच दिन के डोज से ज्यादा नहीं होना चाहिए।  
    

  

    
      
 

 

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