राजनाथ सिंह ने विपक्ष पर कृषि कानूनों को लेकर दुष्प्रचार का आरोप लगाया, बोले- कोई माई का लाल किसानों से उनकी जमीन नहीं छीन सकता

राजनाथ सिंह ने विपक्ष पर कृषि कानूनों को लेकर दुष्प्रचार का आरोप लगाया, बोले- कोई माई का लाल किसानों से उनकी जमीन नहीं छीन सकता

Bhaskar Hindi
Update: 2020-12-27 13:31 GMT
हाईलाइट
  • रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्ष पर निशाना साधा
  • राजनाथ सिंह ने कहा
  • कृषि कानून को लेकर दुष्प्रचार किया जा रहा है

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों को लेकर चल रहे आंदोलन के बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को विपक्ष पर निशाना साधा। राजनाथ सिंह ने कहा, "ये दुष्प्रचार किया जा रहा है कि किसानों की जमीन कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के माध्यम से छीन ली जाएगी। कोई माई का लाल किसानों से उनकी जमीन नहीं छीन सकता है। ये मुकम्मल व्यवस्था कृषि कानूनों में की गई है। हिमाचल प्रदेश सरकार के तीन साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में रक्षा मंत्री ने ये बयान दिया।

राजनाथ सिंह ने कहा, "ऐतिहासिक कृषि सुधार से उन लोगों के पैरों तले जमीन खिसक गई है जो लोग किसानों के नाम पर अपने निहित स्वार्थ साधते थे। उनका धंधा खत्म हो जायेगा इसलिए जानबूझ कर देश के कुछ हिस्सों में एक गलतफहमी पैदा की जा रही है कि हमारी सरकार MSP की व्यवस्था खत्म करना चाहती है। राजनाथ ने कहा, जब भी देश में व्यापक सुधार हुए हैं उनका असर दिखने में थोड़ा समय लगा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि क्षेत्र में सुधार की शुरुआत की है, मैं किसान भाईयों से अपील करता हूं कि कम से कम डेढ़-दो साल इन कृषि सुधारों के असर को देख लीजिए।

बता दें कि नए कृषि कानूनों के विरोध में देशभर के किसान 32 दिन से दिल्ली बॉर्डर पर जमे हुए हैं। अब तक किसान संगठनों और सरकार के बीच पांच दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन अब तक कोई हल नहीं निकल पाया है। किसान चाहते हैं कि तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया जाए जबकि सरकार ऐसा करने को तैयार नहीं है। सरकार का कहना है कि इन कानूनों के जिन-जिन बिंदुओं पर किसानों को आपत्ति है वह उसमे संशोधन को पूरी तरह से तैयार है। ऐसे में किसानों ने सरकार के साथ अगली बैठक 29 दिसंबर को सुबह 11 बजे प्रस्तावित की है।

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