नित्यानंद राय ने कहा पांच सालों में सबसे ज्यादा पाकिस्तानियों ने लेना चाही भारत की नागरिकता
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कहा पांच सालों में सबसे ज्यादा पाकिस्तानियों ने लेना चाही भारत की नागरिकता
- पिछले पांच सालों में लाखों भारतीयों ने छोड़ी नागरिकता
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने बुधवार को सीएए और एनआरसी को लेकर विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने सदन में आकड़ों को लेकर जानकारी भी दी। मंत्री नित्यानंद राय ने सदन में बताया कि पिछले पांच सालों में 87 देशों के करीब 10646 लोगों ने भारत की नागरिकता मांगी है। आंकड़ों के मुताबिक भारत की नागरिकता की सबसे ज्यादा मांग पाकिस्तानियों ने की है।
एक तरफ जहां हजारों लोगों ने भारत की नागरिकता मांगी है तो दूसरी तरफ कई भारतीयों ने अपनी नागरिकता को छोड़कर दूसरे देशों की नागरिकता ली है। केंद्रीय गृहराज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा को जानकारी देते हुए बताया कि पिछले पांच सालों में 6 लाख से ज्यादा भारतीयों ने अपनी नागरिकता को छोड़ा है।
एक सवाल का लिखित जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि 2017 में 133049, भारतीयों ने नागरिकता छोडी है। वहीं 2018 में 134 561, 2019 में 144017,2020 में 85 248 और सितंबर 2021 में 111287 भारतीयों ने अपनी नागरिकता छोड़ी है।
सदन में पेश रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले पांच सालों में पाकिस्तान के लोगों ने भारत की शरण में आना शुरू कर दिया है। जानकारी के मुताबिक कुल 7782 पाकिस्तानियों ने भारत की नागरिकता के लिए अपील की है। वहीं दूसरे नंबर पर बांग्लादेश के लोग भारत की नागरिकता लेना चाहते है। बांग्लादेश के 184 लोग भारत कि नागरिकता पाने के लिए भारत सरकार से अनुरोध किया है। जबकि तीसरे नंबर पर अफगानिस्तान है। आपको बता दें अफगानिस्तान के 795 लोग भारत की नागरिकता लेना चाहते है। इसके अलावा यदि पिछले 10 सालों का बात की जाए तो इस लिस्ट में बांग्लादेश सबसे टॉप पर है। पिछले दस सालों के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो 15176 बांग्लादेशियों ने और 4085 पाकिस्तानियों ने भारत की नागरिकता मांगी है।