कैबिनेट विस्तार से पहले जिद पर अड़े नीतीश कुमार, फिर झुकेगी बीजेपी?
कैबिनेट विस्तार से पहले जिद पर अड़े नीतीश कुमार, फिर झुकेगी बीजेपी?
- एक पद से संतुष्ट नहीं नीतीश कुमार
- जल्द होगा मोदी कैबिनेट का विस्तार!
- मोदी कैबिनेट में चाहिए थोड़ा और
डिजिटल डेस्क, पटना। नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार की खबरों के बीच अचानक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुर्खियों में आ गए हैं। नीतीश कुमार अक्सर तब सुर्खियां बटोरते हैं जब वो बीजेपी के सामने किसी जिद पर अड़ जाते हैं। बिहार में गठबंधन बरकरार रखने की खातिर नीतीश को खुश रखना बीजेपी की मजबूरी भी बन जाता है। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर नीतीश कुमार नई जिद पर अड़ गए हैं।
नीतीश मांगे मोर
खबर ये है कि संभावित मंत्रिमंडल में नीतीश कुमार की पार्टी यानि कि जेडीयू को भी जगह मिलने वाली है। पर नीतीश की जिद है कि उन्हें सिर्फ एक मंत्री नहीं चाहिए। नीतीश अपनी पार्टी के लोगों के लिए कम से कम तीन पद चाहते हैं। जिसमें से एक केंद्रीय मंत्री दर्जे का और दो राज्य मंत्री दर्जे का होंगे। हालांकि नीतीश कुमार या जेडीयू ने इस बारे में कोई अधिकारिक बयान नहीं दिया है पर अटकलें यही हैं कि नीतीश की जिद एक बार फिर मोदी की मुसीबत बनने वाली है। जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह दिल्ली रवाना भी होने वाले हैं। जहां वो इस संबंध में बड़े नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं।
बीजेपी की मजबूरी
नीतीश की इस जिद से बीजेपी दो तरफा मजबूरी में उलझ सकती है। फिलहाल बीजेपी की सबसे बड़ी मजबूरी उन प्रदेशों से नेताओं को मौका देना है जहां विधानसभा चुनाव होने हैं। इसलिए फोकस उत्तरप्रदेश, गुजरात जैसे राज्यों पर है। ज्योतिरादित्य सिंधिया को जगह देना भी मजबूरी है क्योंकि दूसरा दल छोड़ कर बीजेपी में शामिल हुए नेताओं से वादा पूरा करने की इमेज को भी निभाना है। पर नीतीश कुमार को मना कर रखना भी बड़ी मजबूरी है। इससे पहले भी नीतीश की जिद के आगे बीजेपी को अक्सर समझौते करने पड़े हैं। सवाल ये है कि क्या इस बार भी बीजेपी नीतीश के सामने मजबूरी होगी। फिलहाल पीएम मोदी 20 से ज्यादा नए चेहरे मंत्रिमंडल में शामिल कर सकते हैं। देखना ये है कि इस बार वो संतुलन बनाए रखने में कितने कामयाब होते हैं।