निर्भया केस: शुरू हुई दोषियों को फांसी देने की तैयारी, पूछी गई अंतिम इच्छा
निर्भया केस: शुरू हुई दोषियों को फांसी देने की तैयारी, पूछी गई अंतिम इच्छा
- 1 फरवरी को चारों दोषियों को फांसी होगी
- जेल प्रशासन ने चारों गुनहगारों से उनकी अंतिम इच्छा के बारे में पूछा है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। निर्भया गैंगरेप केस के चारों दोषियों को फांसी देने की प्रक्रिया तेज हो गई है। तिहाड़ जेल प्रशासन ने चारों को नोटिस जारी कर उनकी अंतिम इच्छा के बारे में पूछा है। प्रशासन ने पूछा है कि फांसी से पहले वह आखिरी बार किससे मिलना चाहते हैं। बता दें मौत की सजा पाए कैदियों को फांसी से पहले उनकी अंतिम इच्छा के बारे में पूछा जाता है।
नोटिस जारी किया
चारों गुनहगारों से नोटिस जारी कर पूछा गया है कि फांसी से पहले वह अंतिम बार किससे मुलाकात करना चाहते हैं? उनके नाम कोई प्रॉपर्टी है या बैंक खाते में जमा कोई रकम किस के नाम करना चाहते हैं? कोई धार्मिक या मनपसंद किताब पढ़ना चाहते हैं? वहीं केंद्र सरकार ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। गृहमंत्रालय ने एक याचिका दायर की है। जिसमें कहा गया है कि अगर मौत की सजा पाया दोषी दया याचिका दायर करना चाहता है तो उसे अदालत के डेथ वॉरेंट जारी होने की तारीख से केवल सात दिनों की अवधि के भीतर ही ऐसा करने की अनुमति मिले।
निर्भया केस: तारीख पर तारीख! ऐसे कानून का फायदा उठाकर मौत को टाल रहे हैं चारों दोषी
खारिज हुई पवन कुमार की याचिका
सुप्रीम कोर्ट ने दोषी पवन कुमार गुप्ता की अपराध के वक्त नाबालिग होने के दावे वाली याचिका को खारिज कर दिया। 20 जनवरी को जस्टिस ए.एस.बोपन्न, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस आर भानुमति की पीठ ने पवन की याचिका पर सुनवाई की थी।
अनुरोध: निर्भया की मां से इंदिरा ने कहा- "सोनिया की तरह दोषियों को माफ कर दें", मिला ये जवाब
एक फरवरी को होगी फांसी
चारों दोषियों मुकेश, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और अक्षय सिंह को एक फरवरी फांसी दी जाएगी। उन्हें दोषी ठहराते हुए सितंबर 2013 को मौत की सजा सुनाई थी। मार्च 2014 में हाईकोर्ट और मई 2017 में सर्वोच्च अदालत ने इसे बरकरार रखा था। पहले 22 जनवरी को फांसी मुकरर की गई थी, लेकिन राष्ट्रपति के समक्ष दया याचिका और क्यूरेटिव पिटिशन के चलते देरी हुई।