मुंडका अग्निकांड: मकान मालिक समेत 3 को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया

नई दिल्ली मुंडका अग्निकांड: मकान मालिक समेत 3 को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया

Bhaskar Hindi
Update: 2022-05-17 14:30 GMT
मुंडका अग्निकांड: मकान मालिक समेत 3 को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया
हाईलाइट
  • 27 लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मुंडका में 13 मई को भीषण आग में जलकर खाक हुई इमारत के मालिक मनीष लाकड़ा, उसी बहुमंजिला इमारत में एक कंपनी के मालिक- हरीश गोयल और वरुण गोयल को अदालत ने एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) समीर शर्मा ने कहा कि उनकी हिरासत महत्वपूर्ण है। डीसीपी ने कहा, हमें गोयल भाइयों के खून के नमूने लेने की जरूरत है। हमें पृष्ठभूमि और कंपनी की जानकारी के बारे में भी जानने की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा कि मनीष लाकड़ा के लिए पुलिस को इमारत से जुड़े सभी दस्तावेजों का सत्यापन करने की जरूरत है।

वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, हमें क्रॉस जांच करने की भी जरूरत है। राष्ट्रीय राजधानी में हाल के वर्षों में देखी गई सबसे घातक त्रासदियों में से एक में 13 मई को 27 लोगों की जान चली गई थी।

पश्चिमी दिल्ली के मुंडका इलाके में मेट्रो स्टेशन के पास स्थित एक बहुमंजिला इमारत में भीषण आग लग गई थी, जिसमें 27 लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए। घटना के एक दिन बाद हरीश गोयल और वरुण गोयल दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन इमारत का मालिक मनीष लाकड़ा अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार था।

इसके बाद, एक पुलिस दल का गठन किया गया, जिन्होंने उसके स्थानों पर नजर रखी और लाकड़ा को पश्चिमी दिल्ली के घेवरा मोड़ से गिरफ्तार किया गया, जो हरियाणा-दिल्ली सीमा के पास है। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि घटना के समय लाकड़ा अपने घर के सबसे ऊपरी मंजिल पर मौजूद था।

डीसीपी समीर शर्मा ने कहा, जब आग लगी, लाकड़ा सबसे ऊपरी मंजिल पर अपने आवास पर था और जब उसने महसूस किया कि नीचे की मंजिलों से धुआं आ रहा है, तो उन्होंने तुरंत सब कुछ छोड़ अपनी पत्नी, मां और दो बच्चों के साथ इमारत से बाहर निकल गया। लाकड़ा ने अपना फोन स्विच ऑफ कर दिया था और उसका मोबाइल फोन तोड़ दिया था, ताकि उसको ट्रेस ना किया जा सके।

डीसीपी ने कहा, हालांकि, हमने उसके दोस्तों और परिवार के सदस्यों पर दबाव डाला, जिन्होंने आखिरकार उसकी लोकेशन का खुलासा किया। पुलिस अधिकारी ने कहा, जब हमने उसे गिरफ्तार किया, तो वह हरिद्वार भागने की कोशिश कर रहा था। जब वह फरार था, तब उसने अपने एक दोस्त से पैसे भी लिए थे।

 

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Tags:    

Similar News