पाकिस्तान से आया था मुंबई में आतंकी हमला करने का मेल, रशिया-गोवा फ्लाइट में मिली बम की धमकी से भी है गहरा कनेक्शन
आतंकी हमले के पाकिस्तान से जुड़े तार पाकिस्तान से आया था मुंबई में आतंकी हमला करने का मेल, रशिया-गोवा फ्लाइट में मिली बम की धमकी से भी है गहरा कनेक्शन
- ईमेल आईडी जिस नंबर से बनाया गया है वह पाकिस्तान की कराची में चलाया जा रहा है
डिजिटल डेस्क, मुंबई। राष्ट्रीय जांच एजेंसी के मुंबई स्थित कार्यालय को शुक्रवार को एक धमकी भरा ईमेल मिला। इस ईमेल में शख्स ने खुद को तालिबानी बताते हुए आतंकी हमले का दावा किया था। इस धमकी भरे ईमेल के बाद महाराष्ट्र के अलग-अलग शहरों में पुलिस को अलर्ट कर दिया गया। अब इस मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। जांच में पाया गया कि यह ईमेल आईडी जिस नंबर से बना है वह नंबर पाकिस्तान के कराची में चलाया जा रहा है। इसके साथ ही पहले भी इस नंबर से कई ईमेल आईडी बन चुके हैं और इन्हीं में से एक ईमेल आईडी से रशिया से गोवा आने वाली फ्लाइट में बम होने का भी दावा किया गया था।
पाकिस्तान के कराची का है नंबर
गौरतलब है कि, राष्ट्रीय जांच एजेंसी को किए गए इस ईमेल में शख्स ने दावा किया था कि वह तालिबानी है और यह सब तालिबान संगठन के प्रमुख नेता सिराजुद्दीन हक्कानी के आदेश पर किया जाएगा। धमकी देने वाले शख्स ने Jhonwickincia@gmail.com की ईमेल आईडी से मेल किया था। सूत्रों के अनुसार, इसकी जांच करने पर पता चला कि यह ईमेल आईडी जिस नंबर से बनाया गया है वह पाकिस्तान की कराची में चलाया जा रहा है।
फ्लाइट में बम होने का किया था दावा
सूत्रों ने यह भी बताया कि, जांच में जिस नंबर का पता चला है उसी नंबर से पहले भी कई ईमेल अकाउंट्स बनाए जा चुके हैं। साथ ही गोवा के डाबोलिम एयरपोर्ट को धमकी देने के लिए भी इसी नंबर से बनाए गए एक ईमेल आईडी का उपयोग किया गया था। जिसमें लिखा गया था कि, रशिया से गोवा जाने वाली फ्लाइट में बम है। जिसके बाद उस फ्लाइट के रूट को डाइवर्ट करके उसे उज्बेकिस्तान में लैंड कराया गया था।
एजेंसियों का ध्यान भटकाने का प्लान
लगातार इस प्रकार के धमकी भरे कॉल और ईमेल आने के बाद यह कयास लगाए जा रहे हैं कि यह आतंकी संगठन का नया प्लान है। जिसके तहत वो एजेंसियों को परेशान करके उनका ध्यान भटकाना चाहते हैं क्योंकि एनआईए इस समय कई बड़े मामलों की जांच कर रहा है। जिसका सीधा कनेक्शन पाकिस्तान और आतंकी संगठनों से है। एनआईए की इन जांचों की वजह से आतंकियों के काम और उनके प्लान पर काफी असर पड़ रहा है। लेकिन एक अधिकारी ने कहा कि, इस तरह के किसी भी धमकी भरे संदेश को अनदेखा नहीं किया जा सकता।