MP Crisis: स्पीकर की चिट्ठी के जवाब में बोले राज्यपाल, कहा- लगता है गलती से मुझे भेज दी
MP Crisis: स्पीकर की चिट्ठी के जवाब में बोले राज्यपाल, कहा- लगता है गलती से मुझे भेज दी
- 16 विधायकों की सुरक्षा को लेकर विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने राज्यपाल को भेजा था लेटर
- राज्यपाल लालजी टंडन ने जवाबी चिट्ठी में कहा- MLAs को सुरक्षा देने का काम कार्यपालिका का है
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश से कथित तौर पर लापता हुए 16 विधायकों की सुरक्षा को लेकर विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति की ओर से लिखे गए पत्र का राज्यपाल लालजी टंडन ने जवाब दिया है। राज्यपाल ने कहा है कि विधायकों और आम नागरिकों को सुरक्षा देने का काम कार्यपालिका का है। यह पत्र गलती से उन्हें भेजा गया होगा, ऐसी आशंका भी राज्यपाल ने जताई है। दरअसल विधानसभा अध्यक्ष प्रजापति ने मंगलवार की रात राज्यपाल को एक पत्र लिखकर विधायकों के लापता होने और उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई थी, इस पत्र का देर रात लगभग तीन बजे राज्यपाल की ओर से जवाब दिया गया।
Madhya Pradesh Governor Lalji Tandon has written to Assembly Speaker NP Prajapati. Letter states,"Both of us have been receiving letters from the supposedly missing MLAs. In their letters, wherever they are at present, they have not mentioned any difficulties being faced by them" pic.twitter.com/HPMhXHScPN
— ANI (@ANI) March 17, 2020
"आप जिस पीड़ा से गुजर रहे उसका मुझे अंदाजा है"
राज्यपाल की ओर से विधानसभा अध्यक्ष को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि, बीते 8-10 दिन से आप जिस पीड़ा से गुजर रहे होंगे, उसका भी मुझे अंदाजा हो रहा है। इन दिनों में इस संबंध में सदस्यों की जानकारी प्राप्त करने बावत आपके द्वारा किए गए प्रयासों का उल्लेख पत्र में नहीं है। फिर भी मैं मानता हूं कि निश्चित रूप से आप ने समुचित प्रयास किए होंगे।
"22 में से 6 विधायकों का त्यागपत्र स्वीकार करना साहस पूर्ण"
विधानसभा अध्यक्ष द्वारा इस्तीफा दिए गए 22 विधायकों में से छह सदस्यों के त्यागपत्र स्वीकार करने का जिक्र करते हुए उन्होंने लिखा है कि, छह सदस्यों के त्यागपत्र स्वीकार किए जाने के निष्पक्ष, साहस पूर्ण और शीघ्र किए गए निराकरण की भी मैं प्रशंसा करता हूं। आप अध्यक्ष के नाते भली-भांति अवगत होंगे कि किस सदस्य के इस्तीफे को स्वीकार करने की प्रक्रिया अथवा विधानसभा की बैठक आहूत होने के उपरांत बिना सूचना के अनुपस्थित होने पर किस विधि प्रक्रिया का पालन कर क्या कार्यवाही की जानी चाहिए, हालांकि विधायकों के त्यागपत्र के आवेदन के निराकरण में आपको हो रहे असमंजस का भी मुझे आभास है।
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विधायकों द्वारा भेजे गए त्यागपत्र और विधानसभा अध्यक्ष द्वारा विधायकों के लापता होने के जिक्र पर राज्यपाल ने लिखा है, तथाकथित लापता विधायकों से आपको और मुझे लगातार पत्र प्राप्त हो रहे हैं, उन्हें अपने किसी भी पत्र में जहां पर भी वे वर्तमान में हैं, अपनी ओर से कोई समस्या व्यक्त नहीं की है। उनके पत्र व वीडियो लगातार समाचार पत्रों, इलेक्ट्रनिक और सोशल मीडिया में आ रहे हैं और अब वे सर्वोच्च न्यायालय पहुंच गए हैं। इसके साथ ही राज्यपाल ने लिखा है, विधायकों की सुरक्षा और नागरिकों की सुरक्षा का दायित्व कार्यपालिका का है और आप उससे ही सुरक्षा चाहते होंगे किंतु त्रुटिवश यह पत्र मुझे प्रेषित हुआ प्रतीत होता है।
मप्र विधानसभा के अध्यक्ष श्री एनपी प्रजापति जी ने महामहिम राज्यपाल जी को खत लिखकर कांग्रेस के " लापता" विधायकों की वापसी का अनुरोध किया है।
अनुरोध है कि लापता विधायकों की वापसी के लिये ठोस कदम उठाकर मेरी और सदस्यों के परिजनों की चिंताओं का समाधान करें: अध्यक्ष, मप्र विधानसभा pic.twitter.com/2tejUGgjHL
— MP Congress (@INCMP) March 18, 2020
गौरतलब है कि, मंगलवार की देर शाम को विधानसभा अध्यक्ष प्रजापति ने राज्यपाल टंडन को पत्र लिखा था। जिसमें कहा था, एक गंभीर विषय की तरफ आपका ध्यान आकर्षित कराना चाहता हूं, राज्य की विधानसभा के 16 सदस्यों के त्यागपत्र अन्य माध्यम से प्राप्त हुए हैं। यह त्यागपत्र विचाराधीन है। इस्तीफा देने वाले 16 विधायक 16 मार्च को विधानसभा की बैठक में भी अनुपस्थित रहे। उक्त सदस्यों में से कुछ के परिजनों द्वारा उनकी सुरक्षा के संबंध में चिंता भी व्यक्त की गई है।विधानसभा का पीठासीन प्रमुख होने के नाते मैं अपने इन सदस्यों के लापता होने को लेकर बेहद चिंतित हूं।