LOC: पाक के 3 कमांडो समेत 11 सैनिक ढेर, 5 भारतीय जवान शहीद और 6 नागरिकों की मौत
LOC: पाक के 3 कमांडो समेत 11 सैनिक ढेर, 5 भारतीय जवान शहीद और 6 नागरिकों की मौत
- पाकिस्तान के बंकर और लॉन्च पैड तबाह किए
- सीजफायर की आड़ में केरन सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश
डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। LOC पर शुक्रवार को पाकिस्तानी सेना द्वारा की गई गोलाबारी का भारतीय सेना ने करारा जवाब दिया है। भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई में पाक सेना के 3 कमांडो समेत 11 जवानों को मार गिराया, जबकि कई बंकर भी तबाह कर दिए। बता दें कि पाक सेना ने दिवाली त्योहार के दौरान माहौल बिगाड़ने के इरादे से शुक्रवार को एक बार फिर नापाक हरकत की। सुबह से ही पाकिस्तानी सेना ने LOC पर सीजफायर का उल्लंघन करते हुए रिहायशी इलाकों में गोलाबारी और फायरिंग शुरू कर दी थी, जो देर रात तक जारी रही। इस दौरान पाक ने मोर्टार के गोले भी दागे। जानकारी अनुसार पाकिस्तान की फायरिंग में अब तक BSF और आर्मी के 5 जवान शहीद हो गए हैं और 6 नागरिकों की भी मौत हो गई है।
बता दें कि पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ, केरन, गुरेज सेक्टर में सीजफायर वॉयलेशन किया। कुपवाड़ा से लेकर बारामूला तक पाकिस्तानी सेना ने फायरिंग की है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, संघर्ष विराम उल्लंघन की इस घटना में भारत का एक जवान गुरेज सेक्टर और दो सैनिक उरी सेक्टर में शहीद हुए। इसी के साथ शाम को गोलाबारी में घायल एक और जवान ने दम तोड़ दिया। वहीं बारामूला सेक्टर में BSF के सब-इंस्पेक्टर राकेश डोभाल शहीद हुए। राकेश डोभाल उत्तराखंड के ऋषिकेश जिले के गंगानगर के रहने वाले थे। फायरिंग में मारे गए 6 नागरिकों में से 3 उड़ी सेक्टर के रहने वाले हैं। 3 अन्य जवान और 8 नागरिक गंभीर रूप से घायल हैं। इनका अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
अब छिपा रहा आंकड़े पाकिस्तान
दिवाली से पहले सीजफायर उल्लंघन कर शांति भंग करने की कोशिश करने वाला पाकिस्तान अपनी सच्चाई छिपाने में जुटा है। पाकिस्तान के दुस्साहस का जवाब भारत ने मुंहतोड़ दिया था जिसके बाद अब पाकिस्तान अपनी चोट छिपा रहा है। दरअसल, भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में कम से कम 11 पाक सैनिक मारे गए हैं जबकि पाकिस्तान के डॉन अखबार में दावा किया गया है कि सिर्फ एक पाकिस्तानी सैनिक की जान गई है और चार नागरिक मारे गए हैं।
DG ISPR ने किया ट्वीट
साथ ही इस रिपोर्ट में कहा गया है कि 12 नागरिक और 5 सैनिक घायल हुए हैं और भारत को काफी नुकसान होने की बात कही गई है। डॉन ने DG ISPR के हवाले से ट्वीट किया है कि भारतीय सेना ने राखचिकरी और खंजर सेक्टर में आम नागरिकों को रॉकेट और मोर्टार का निशाना बनाया। बता दें कि पाकिस्तान ने इस साल 4,052 बार सीजफायर उल्लंघन किया है जो 17 साल में सबसे ज्यादा है। ISPR ने यह भी कहा है कि 7-8 नवंबर को भारतीय सेना का "आजादी" की लड़ाई लड़ने वालों से सामना हुआ था जिसमें भारतीय सैनिकों की जान चली गई थी। ISPR का कहना है कि इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सीजफायर उल्लंघन किया है और आर्टिलरी के साथ हेवी मोर्टार से हमला किया।
पाकिस्तान के बंकर और लॉन्च पैड तबाह किए
भारतीय अधिकारियों ने बताया कि बांदीपोरा जिले में गुरेज सेक्टर के इजमर्ग में संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन किया गया। इसके कुछ ही मिनटों के बाद कुपवाड़ा जिले के केरन सेक्टर में गोलीबारी की गई। अधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तानी सेना ने बारामुला के उरी सेक्टर में भी भारतीय चौकियों पर गोलीबारी की। जवाबी कार्रवाई में भारतीय सेना ने कई पाकिस्तानी बंकरों को भी तबाह कर दिया है। इसके अलावा फ्यूल डम्प और लॉन्च पैड भी तबाह किए गए हैं। करीब 16 पाकिस्तानी सैनिक जवाबी कार्रवाई में घायल हुए हैं।
सीजफायर की आड़ में केरन सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश
कर्नल राजेश कालिया ने बताया कि आज LOC स्थित केरन सेक्टर में कुछ संदिग्ध गतिविधियां देखी गई थीं। इसके बाद ही सभी जवानों को अलर्ट कर दिया गया था। इस दौरान पाकिस्तानी सेना की ओर से गोलीबारी शुरू कर दी गई। भारतीय सेना ने इसका जवाब दिया। आशंका है कि सीजफायर की आड़ में पाकिस्तान आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिश कर रहा है।
नवंबर में 128 बार सीजफायर वॉयलेशन
इस हफ्ते में यह दूसरा मौका है, जब पाकिस्तान ने सीजफायर तोड़ा है। इंडियन आर्मी के सूत्रों के मुताबिक, इस साल पाकिस्तान की तरफ से 4052 बार सीज फायर का उल्लंघन किया गया है। इनमें 128 बार नवंबर और 394 बार अक्टूबर में सीज फायर हुआ है। पिछले साल 3233 बार सीज फायर का उल्लंघन हुआ है।
सुरक्षाबलों ने दो आतंकवादियों को किया था ढेर
इससे पहले मंगलवार को सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली थी। सुरक्षाबलों ने दो आतंकवादियों को मार गिराने में सफलता हासिल की थी शोपियां के कुटपोरा इलाके में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिलने के बाद पुलिस, सेना की 34आरआर और सीआरपीएफ की एक संयुक्त टीम ने तलाशी अभियान चलाया था। आतंकियों ने खुद को घिरा देख सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी थी। सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की इस दौरान दो आतंकी मारे गए थे। पुलिस के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया था कि इन आतंकियों को पहले आत्मसमर्पण का मौका दिया गया था, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया।