जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल-शॉट कोविड-19 वैक्सीन फिलहाल भारत नहीं आएगी, कंपनी ने अपना प्रपोजल वापस लिया
जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल-शॉट कोविड-19 वैक्सीन फिलहाल भारत नहीं आएगी, कंपनी ने अपना प्रपोजल वापस लिया
- कंपनी ने अभी तक अपने प्रपोजल को वापस लेने का कोई कारण नहीं बताया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जॉनसन एंड जॉनसन ने भारत में अपने सिंगल-शॉट कोविड-19 वैक्सीन को मंजूरी के अपने प्रस्ताव को वापस ले लिया है। इंडिया टुडे ने ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) के सूत्रों के हवाले से सोमवार को इसकी जानकारी दी। हालांकि जॉनसन एंड जॉनसन ने अभी तक अपने प्रपोजल को वापस लेने का कोई कारण नहीं बताया है। यूएस-आधारित कंपनी ने अप्रैल में भारत में अपनी कोविड-19 वैक्सीन जानसेन के ब्रिजिंग क्लिनिकल स्टडी की अनुमति मांगी थी। पहले ये भी खबर आई थी कि जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन की कुछ हजार डोज जुलाई में भारत आ सकती है।
यूएस एफडीए ने जॉनसन एंड जॉनसन के वायरल वेक्टर कोविड-19 वैक्सीन को फरवरी 2021 में इमरजेंसी यूज के लिए अधिकृत किया था। हालांकि, इसके अधिकृत होने के हफ्तों बाद कुछ लोगों में सीरियर ब्लड-क्लॉटिंग डिसऑर्डर रिपोर्ट किया गया था। पिछले महीने, यूरोप मेडिसिन रेगुलेटर ने दुनिया भर में रिपोर्ट किए गए 108 मामलों की समीक्षा के बाद जॉनसन एंड जॉनसन की कोविड-19 वैक्सीन से संभावित दुर्लभ दुष्प्रभाव के रूप में एक रेयर नर्व-डिजनरेटिंग डिसऑर्डर, गुइलेन-बैरे सिंड्रोम को ऐड किया था।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, माइल्ड से मॉडरेट कोविड-19 के लिए जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन की प्रभावकारिता 66.3 प्रतिशत और सीवियर टू क्रिटिकल इंफेक्शन के लिए 76.3 प्रतिशत है। इसके अलावा, यह वैक्सीनेशन के 28 दिनों के बाद कोविड-19 के लिए अस्पताल में भर्ती होने से 100 प्रतिशत सुरक्षा प्रदान करता है। जॉनसन एंड जॉनसन ने कहा कि उसके सिंगल-शॉट वैक्सीन ने डेल्टा वैरिएंट और अन्य उभरते स्ट्रेन के खिलाफ अच्छा प्रभाव दिखाया है। भारत में अब तक चार टीकों को इमरजेंसी यूज ऑथराइजेशन (ईयूए) दिया जा चुका है- एस्ट्राजेनेका का कोविशील्ड, कोवैक्सिन, स्पुतनिक वी और मॉडर्ना।