Jammu and Kashmir: उरी सेक्टर में पाक सेना की गोलीबारी में घायल दो जवान शहीद, एक सैनिक और दो स्थानीय नागरिक घायल
Jammu and Kashmir: उरी सेक्टर में पाक सेना की गोलीबारी में घायल दो जवान शहीद, एक सैनिक और दो स्थानीय नागरिक घायल
डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। एक ओर जहां पुरी दुनिया कोरोना वायरस से लड़ रही है, वहीं पाकिस्तान अपनी नापाक करतूत से बाज नहीं आ रहा है। पाकिस्तानी सेना की ओर से लगातार सीजफायर का उल्लघंन किया जा रहा है। पाकिस्तानी सेना अकसर गोलीबारी की आड़ में घाटी में आतंकियों का प्रवेश कराती हैं। बीते 24 घंटें में सीमा पार से की जा रही गोलीबारी में दो भारतीय जवान शहीद हो गए, जबकि एक जवान और दो स्थानीय लोग घायल हो गए। सेना ने शनिवार को एक बयान जारी कर इस बात की जानकारी दी।
पाकिस्तानी सेना ने कश्मीर के उरी सेक्टर में सीजफायर का उल्लंघन करते हुए शुक्रवार को भारी गोलीबारी की थी। इसमें भारतीय सुरक्षाबल के 3 जवान और 2 लड़कियां घायल हो गई थीं। इनमें से 2 जवानों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वहीं घायल लड़कियों की पहचान शनाजा बानो और थाईरा बानो के रूप में हुई। दोनों अस्पताल में भर्ती हैं और इनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पाक सैनिकों ने शुक्रवार दोपहर 3.30 बजे बारामूला के रामपुर इलाके में गोलीबारी के साथ मोर्टार के गोले दागे और अग्रिम चौकियों और असैन्य इलाकों को निशाना बनाया था। इसकी जवाबी कार्रवाई में भारतीय सैनिकों ने भी गोली बारी की। यह गोलाबारी एक घंटे से ज्यादा वक्त तक चली।
पुंछ सेक्टर में भी हुई थी एक नागरिक की मौत
इससे पहले पुंछ के मनकोट सेक्टर में गुरुवार को पाकिस्तानी गोलाबारी में 16 वर्षीय गुलफराज की मौत हो गई थी, जबकि 35 वर्षीय एक अन्य नागरिक घायल हो गया था। इसके पहले 12 अप्रैल को कुपवाड़ा में भी पाकिस्तान ने गोलीबारी की थी। तब तीन आम नागरिक मारे गए थे। इनमें एक महिला और एक बच्चा शामिल था। पाकिस्तान की ओर से नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम उल्लंघन के मामलों में तेजी आई है। पाकिस्तान एलओसी पर कश्मीर घाटी और जम्मू क्षेत्र में रक्षा चौकियों और नागरिक क्षेत्रों को निशाना बना रहा है।
जनवरी-फरवरी में सीजफायर उल्लंघन की 646 घटनाएं हुईं
सेना के सूत्रों के अनुसार अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर और एलओसी पर इस साल एक जनवरी से 23 फरवरी तक पाकिस्तान सेना ने 646 बार सीजफायर का उल्लंघन किया है। वहीं, 2019 में इनकी संख्या 3,200 थी। सेना के अफसरों का कहना है कि पाकिस्तान की सेना कश्मीर में अशांति फैलाने के लिए घुसपैठ कराने की कोशिश में रहती है। इसे कामयाब बनाने के लिए सीमा पार से गोलीबारी की जाती है।