भारत का पहला इंट्रानेजल कोविड वैक्सीन इनकोवैक हुआ लॉन्च

नई दिल्ली भारत का पहला इंट्रानेजल कोविड वैक्सीन इनकोवैक हुआ लॉन्च

Bhaskar Hindi
Update: 2023-01-26 12:00 GMT
भारत का पहला इंट्रानेजल कोविड वैक्सीन इनकोवैक हुआ लॉन्च
हाईलाइट
  • आत्मनिर्भर भारत के लिए एक शानदार उपलब्धि

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने गुरुवार को केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (आईसी) जितेंद्र सिंह की मौजूदगी में कोविड-19 वैक्सीन इनकोवैक लॉन्च किया।

इनकोवैक बूस्टर खुराक के रूप में अनुमोदन प्राप्त करने वाला दुनिया का पहला इंट्रानेजल कोविड-19 वैक्सीन है। यह भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड (बीबीआईएल) द्वारा जैव प्रौद्योगिकी उद्योग अनुसंधान सहायता परिषद, जैव प्रौद्योगिकी विभाग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत विकसित किया गया है।

इस पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए, मंडाविया ने कहा कि दुनिया में आपूर्ति किए गए 65 प्रतिशत से अधिक टीके भारत से हैं। दुनिया का पहला नेजल वैक्सीन लाने के लिए बीबीआईएल टीम और बायोटेक विभाग को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि दुनिया का पहला इंट्रा-नेजल कोविड-19 वैक्सीन होने के नाते, यह आत्मनिर्भर भारत के लिए एक शानदार उपलब्धि है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि भारत की वैक्सीन निर्माण क्षमता की दुनिया भर में सराहना हो रही है। भारत ने गुणवत्तापूर्ण और सस्ती दवाओं के उत्पादन में अपनी पहचान बनाई है। जितेंद्र सिंह ने कहा, भारत ने विकासशील दुनिया में आम बीमारियों के लिए टीके और दवाएं विकसित करने में अग्रणी भूमिका निभाई है।

उन्होंने यह भी कहा कि 12 साल और उससे अधिक उम्र के बच्चों और वयस्कों सहित लोगों में लगाए जाने वाले दुनिया का पहला और भारत का स्वदेशी रूप से विकसित डीएनए आधारित टीका भी जैव प्रौद्योगिकी विभाग के साथ साझेदारी में विकसित किया गया था।

इनकोवैक एक लागत प्रभावी कोविड-19 वैक्सीन है जिसमें सीरिंज, सुई, अल्कोहल वाइप्स, बैंडेज आदि की जरूरत नहीं पड़ती है। खरीद, वितरण, भंडारण, और बायोमेडिकल अपशिष्ट निपटान से संबंधित लागत की बचत होती है। यह एक वेक्टर-आधारित प्लेटफॉर्म का उपयोग करता है, जिसे कुछ महीनों के भीतर बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए आसानी से अपडेट किया जा सकता है।

अग्रिम ऑर्डर देने वाले निजी अस्पतालों में इनकोवैक का रोलआउट शुरू होने की उम्मीद है। प्रति वर्ष कई मिलियन खुराक की प्रारंभिक निर्माण क्षमता स्थापित की गई है। इसे जरूरत के हिसाब से एक बिलियन खुराक तक बढ़ाया जा सकता है। राज्य सरकारों और भारत सरकार द्वारा खरीद के लिए ्रइनकोवैक की कीमत 325 रुपये प्रति खुराक है, जबकि निजी बाजार के लिए इसकी कीमत 800 रूपए है।

 

आईएएनएस

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