जामा मस्जिद विवाद: 'हिंसा में लोगों के मौत की जिम्मेदार BJP..' मस्जिद विवाद पर राहुल गांधी ने तोड़ी चुप्पी, राज्य सरकार पर जमकर साधा निशाना
- राहुल गांधी का मस्जिद विवाद पर रिएक्शन
- भाजपा को ठहराया जिम्मेदार
- संभल में तनाव जारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद हिंसा को लेकर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। उनका सोमवार (25 नवंबर) को कहा है कि प्रशासन ने बिलकुल असंवेदनशीलता से और जल्दबाजी में कार्रयवाई की है। साथ ही, राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी को हिंसा में मारे गए लोगों का जिम्मेदार भी ठहराया है।
आपको बता दें कि, 19 नवंबर को संभल जिले की चंदौसी स्थित सिविल जज सीनियर डिवीजन आदित्य सिंह की कोर्ट ने जामा मस्जिद के एडवोकेट कमिश्नर को सर्वे का आदेश दिया था। याचिकाकर्ता अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने बताया कि सिविल जज की अदालत ने जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के लिये ‘एडवोकेट कमीशन’ गठित करने के निर्देश दिए थे। अदालत ने कहा था कि कमीशन के माध्यम से वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी सर्वे कराकर अदालत में रिपोर्ट दाखिल की जाए।
राहुल गांधी की प्रतिक्रिया
नेता प्रतिपक्ष ने हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों के सामने संवेनाएं व्यक्त करते हुए कहा- संभल, उत्तर प्रदेश में हालिया विवाद पर राज्य सरकार का पक्षपात और जल्दबाजी भरा रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हिंसा और फायरिंग में जिन्होंने अपनों को खोया है उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं।
सरकार पर गांधी का निशाना
राहुल गांधी ने बीजेपी को संभल जामा मस्जिद हिंसा का जिम्मेदार ठहराते हुए कहा- प्रशासन द्वारा बिना सभी पक्षों को सुने और असंवेदनशीलता से की गई कार्रवाई ने माहौल और बिगाड़ दिया और कई लोगों की मृत्यु का कारण बना- जिसकी सीधी जिम्मेदार भाजपा सरकार है। भाजपा का सत्ता का उपयोग हिंदू-मुसलमान समाजों के बीच दरार और भेदभाव पैदा करने के लिए करना न प्रदेश के हित में है, न देश के। मैं सुप्रीम कोर्ट से इस मामले में जल्द से जल्द हस्तक्षेप कर न्याय करने का अनुरोध करता हूं।
लोगों से अपील
विपक्ष के नेता ने लोगों से अपील करते हुए कहा- मेरी अपील है कि शांति और आपसी सौहार्द बनाए रखें। हम सबको एक साथ जुड़ कर यह सुनिश्चित करना है कि भारत सांप्रदायिकता और नफरत नहीं, एकता और संविधान के रास्ते पर आगे बढ़े।
छापेमारी में अवैध हथियार-कारतूस बरामत
उत्तर प्रदेश के संभल जिले में जामा मस्जित विवाद के चलते स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। रविवार (24 नवंबर) को मस्जिद सर्वे के वक्त हिंसा भड़क उठी जिसमें 4 लोगों ने अपनी जान गंवा दी। जिसके बार पुलिस टीम ने पूरी रात छापा मारा। इस छापेमारी में पुलिस ने घरों से अवैध हथियारों (Illegal Weapons) सहित कारतूस बरामद किए। साथ ही, पुलिस ने दो महिलाओं और 19 लोगों को अरेस्ट कर लिया है। गिरफ्तार हुए लोगों के फोन से कॉल रिकार्ड्स निकाले जा रहे हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या इस हिंसा के पीछे कोई सोची समझी साजिश थी या नहीं?
स्कूल-कॉलेज बंद
संभल में भड़की हिंसा से माहौल अशांत हो गया है। स्कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया गया। बाहर से लोगों के आने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। इतना ही नहीं बल्कि, इंटरनेट की सेवाएं भी रोक दी गई हैं।