बवाल पर सवाल: मस्जिद में दोबारा सर्वे पर जताई आपत्ति, संभल में बवाल के बाद अखिलेश यादव का सवाल आया सामने
- मस्जिद में दोबारा सर्वे पर अखिलेश ने जताई आपत्ति
- संभल में हुए बवाल में नौजवान की गई जान
- अखिलेश ने कसा तंज
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। यूपी के संभल जामा मस्जिद में सर्वे हो के समय हो रहे बवाल को लेकर समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव ने राज्य सरकार पर वार किया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सपा के मुखिया अखिलेश यादव ने दावा किया है कि, "संभल की घटना गंभीर है, जानकारी मिली है कि कई लोग घायल हैं साथ ही एक नौजवान की जान चली गई थी।" उन्होंने इस पर सवाल भी उठाया था और कहा, 'जब सर्वे हो चुका था तो दोबारा क्यों कराया, वो भी सुबह-सुबह, किसी दूसरे पक्ष को सुनने वाला नहीं है। इसलिए ये किया गया है। ताकि चुनाव को छोड़कर किस बात पर चर्चा हो ये बीजेपी तय कर सकें।'
उपचुनावों के नतीजों पर आपत्ति
अखिलेश यादव ने उपचुनावों के नतीजों पर आपत्ति जताई थी और कहा था कि, 'संभल में जो हुआ है वो बीजेपी और प्रशासन ने एक साथ किया है। जिससे चुनाव की बेईमानी पर कोई चर्चा ना करे। सच्ची जीत लोक से होती है तंत्र से नहीं। यहां लोगों को वोट नहीं डालने दे रहे हैं और तंत्र को बढ़ावा दे रहे हैं।' अखिलेश यादव ने यूपी की 9 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों को लेकर भी कई सवाल किए हैं। उन्होंने कहा है कि जिस समय निष्पक्षता से जांच की जाएगी तभी ही पता लगेगा कि वोटर ने वोट नहीं डाला है। साथ ही ये भी पता चलेगा कि जीत के पीछे चाल होती है, वो दिखावटी जीत का छल होता है।
सभी बूथ एजेंट को निकाला- अखिलेश
अखिलेश यादव ने कहा है कि, पुलिस की यही ही मंशा थी कि सपा का कोई एजेंट बूथ पर ना रहे। सभी बूथ एजेंट को निकाल दिया गया था। जहां पर सपा समर्थकों को वोट डालने जाते थे उनको रोका जा रहा था। अगर बूथों पर सपा का वोटर ही नहीं पहुंचा तो वोट किसने डाला है। साथ ही प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि ये दो तरह की पर्ची थी। इस तरह की व्यवस्था प्रसाशन की तरफ से बनाई गई थी। बिना किसी वजह से उन्हें सीतापुर के थाने में बैठाकर रखा था, जिससे प्रेस का सामान ना करना पड़े।