महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024: बीजेपी के सामने सीधी लड़ाई में कांग्रेस बुरी तरह हुई फेल, जानिए आरएसएस कैसे बनी एक्स फैक्टर, स्थानीय और केंद्रीय नेतृत्व की क्या रही भूमिका

बीजेपी के सामने सीधी लड़ाई में कांग्रेस बुरी तरह हुई फेल, जानिए आरएसएस कैसे बनी एक्स फैक्टर, स्थानीय और केंद्रीय नेतृत्व की क्या रही भूमिका
  • महायुति ने 233 सीटों पर हासिल की जीत
  • महाविकास अघाड़ी को मिली 49 सीटों पर जीत
  • अन्य के खाते में आई 6 सीटें

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे शनिवार को आ गए। राज्य में महायुति की प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनने जा रही है। इस बार के चुनाव में पहली बार एनसीपी और शिवसेना गुट आमने-सामने थे। वहीं, राज्य में कांग्रेस और बीजेपी के बीच 75 निर्वाचन सीटों पर सीधी लड़ाई हुई। जिसमें 65 सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की। इसके अलावा 10 सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशियों ने बाजी मारी। राज्य में कांग्रेस ने कुल 16 विधानसभा सीटें जीती हैं। वहीं, लोकसभा चुनाव में कांग्रेस महाराष्ट्र में 13 सीटें जीती थीं।

इस बार के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने सभी को चौंकाया है। राज्य की 288 विधानसभा सीटों में से बीजेपी ने 132 सीटों पर जीत हासिल की है। इसी के साथ बीजेपी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अब तक बेहतरीन प्रदर्शन किया है। वहीं, 2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 122 सीटों पर जीत हासिल की थी। 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 105 सीटों पर जीत हासिल की थी। वही, कांग्रेस ने महाराष्ट्र में अब तक सबसे खराब प्रदर्शन किया है। राज्य में कांग्रेस ने केवल 16 सीटें जीत पाई है। साल 2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 44 सीटों जीती थीं। इसके अलावा 2014 के चुनाव में कांग्रेस ने 42 सीटों पर जीत हासिल की थी।

कैसे मिली बीजेपी को बड़ी जीत?

बीजेपी की इस जीत के पीछे पार्टी कार्यकर्ताओं का एक संयुक्त और समन्वित काम करना बताया जा रहा है। राज्य में केंद्रीय नेताओं ने काफी ज्यादा मेहनत की है। वहीं, दूसरी तरफ स्थानीय नेता के तौर पर डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के अलावा अन्य कई नेताओं ने चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी। वहीं, दूसरी तरफ पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह, नितिन गडकरी और योगी आदित्यनाथ जैसे अनुभवी प्रचारकों ने सत्ता विरोधी लहर को कम करने का काम किया। आरएसएस ने राज्य भर में 60,000 से अधिक बैठक की। जिसके चलते जमीनी स्तर पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्टी के खिलाफ जारी सत्ता विरोधी लहर खत्म की। साथ ही, आरएसएस ने कई जगह पर चुनावी अभियान के तहत कई बैठकें भी की।

कांग्रेस को कैसे मिली इतनी बड़ी हार

इधर, विपक्ष की महाविकास अघाड़ी ने जाति-आधारित रणनीतियों को बेअसर कर दिया। इसके अलावा काफी हद के कांग्रेस और उसके सहयोगी प्रभावी उम्मीदवार चयन करने में विफल रही। साथ ही, बताया जा रहा है कि कांग्रेस अंदर अंदरूनी कलह भी उसकी बड़ी हार एक बड़ा कारण है। वहीं, कांग्रेस में जमीनी स्तार पर लामबंदी की कमी और विश्वसनीय नेतृत्व की भी काफी ज्यादा कमी खली है। बता दें कि, बालासाहेब थोराट और पृथ्वीराज चव्हाण जैसे दिग्गज भी अपनी सीटें हार गए।

बता दें कि, जहां अल्पसंख्यक आबादी काफी ज्यादा थी, वहां भी कांग्रेस को बड़ी हार का सामना करना पड़ा है। इसके अलावा कोंकण क्षेत्र में भी कांग्रेस का अब कोई विधायक नहीं बचा है। उत्तर महाराष्ट्र, पश्चिमी महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में कांग्रेस के पास एक-एक विधायक हैं। वहीं, महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले भी खुद की साकोली सीट पर केवल 208 वोटों से जीत हासिल की है।

Created On :   24 Nov 2024 6:14 PM IST

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