सेना ने दिए सबूत, रडार में कैप्चर हुआ पाकिस्तान का F-16, MIG-21 ने ही गिराया था
सेना ने दिए सबूत, रडार में कैप्चर हुआ पाकिस्तान का F-16, MIG-21 ने ही गिराया था
- IAF ने AWACS (एयरबोर्न वॉर्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम) रडार इमेज भी जारी की है।
- भारत के पास इस बात का भी प्रमाण है कि IAF ने MIG-21 बाइसन विमान से F-16 को गिराया था।
- भारतीय वायुसेना ने सोमवार को कहा कि उसके पास पाक के F-16 को मार गिराने के पुख्ता सबूत है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना ने सोमवार को कहा कि उसके पास इस बात के पुख्ता सबूत है कि पाकिस्तान ने 27 फरवरी 2019 को हुई डॉगफाइट में लड़ाकू विमान F-16 का इस्तेमाल किया था। इतना ही नहीं भारत के पास इस बात का भी प्रमाण है कि इंडियन एयरफोर्स (IAF) के पायलट ने MIG-21 बाइसन विमान से F-16 को नीचे गिराया था। IAF ने AWACS (एयरबोर्न वॉर्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम) रडार इमेज जारी की है। रडार इमेज में उस जगह की जानकारी है जिस जगह पर इंडियन एयफोर्स के विंग कमांडर अभिनंदन ने पाकिस्तानी एयरफोर्स के F-16 विमान को नीचे गिराया था।
भारतीय वायुसेना के एयर वाइस मार्शल आरजीके कपूर ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि 27 फरवरी को भारत पर हमले की कोशिश में शामिल एक F-16 जेट अपने बेस पर वापस नहीं लौटा। पाकिस्तान एयरफोर्स के इंटरसेप्ट किए गए रेडियो कम्यूनिकेशन से इस बात की पुष्टि हुई है। भारतीय सेनाओं ने उस दिन 2 अलग-अलग स्थानों पर इजेक्शंस (प्लेन से बाहर निकलना) देखा था। एक IAF MIG 21 बाइसन और दूसरा पाकिस्तानी एयरफोर्स का विमान था। कपूर ने कहा कि हमारे द्वारा एकत्र किए गए इलेक्ट्रॉनिक सिग्नेचर बताते हैं कि पाक एयरफोर्स का विमान F-16 था।
आरजीके कपूर ने कहा कि भारत के पास इससे भी अधिक विश्वसनीय सबूत हैं जो स्पष्ट रूप से इस बात का संकेत हैं कि पाकिस्तान ने अपना एक F-16 विमान खो दिया है। लेकिन सुरक्षा और गोपनीयता की चिंताओं के कारण पब्लिक डोमेन में इसे साझा नहीं किया जा सकता।
आरजीके कपूर ने कहा कि पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (DG-ISPR) के आधिकारिक बयान भी IAF के स्टैंड की पुष्टी करते हैं। एयर वाइस मार्शल ने कहा कि DG-ISPR ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कैमरे पर बताया था कि उनके पास भारत के 2 पायलट है। 1 हिरासत में है और दूसरे को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पाकिस्तान के पीएम ने भी यही बयान दिया था। ये सभी सबूत बताते हैं कि उस दिन दो विमान उस इलाके में नीचे गिरे थे जिनमें करीब 1.5 मिनट का अंतर था।
#WATCH: Air Vice Marshal RGK Kapoor in the radar images shows the location of the shooting down of F-16 of Pakistan Air Force (PAF) by Indian Mig piloted by Wing Commander Abhinandan pic.twitter.com/CPuf2qf0nT
— ANI (@ANI) April 8, 2019
इससे पहले गुरुवार को अमेरिकी पब्लिकेशन की फॉरेन पॉलिसी की प्रकाशित एक रिपोर्ट में हालात की सीधी जानकारी रखने वाले अमेरिका के दो वरिष्ठ रक्षा अधिकारियों के हवाले से कहा गया था कि अमेरिकी अधिकारियों ने हाल ही में पाकिस्तान के एफ-16 विमानों की गिनती की और कोई भी विमान मिसिंग नहीं पाया गया। रिपोर्ट में कहा गया था कि "यह खुलासा सीधेतौर पर भारतीय वायुसेना के अधिकारियों के उन दावों के विपरीत है, जिसमें उन्होंने कहा था कि विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान ने एक पाकिस्तानी F-16 विमान को मार गिराया था और इसके बाद उनका विमान एक पाकिस्तानी मिसाइल की जद में आ गया था।" हालांकि अमेरिका ने इसे खारिज कर दिया था।
बता दें कि 27 फरवरी को पाकिस्तान ने अपने लड़ाकू विमानों के साथ भारतीय वायु सीमा में दाखिल होकर सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी। इस दौरान पाकिस्तान की इस कोशिश को नाकाम करते हुए एयरफोर्स के पायलट ने पाकिस्तान के एक लड़ाकू विमान को मार गिराया था। भारत ने दावा किया था कि जिस विमान को एयरफोर्स के पायलट ने गिराया था वो F-16 है। भारत ने इसके सबूत भी पेश किए थे। सबूत के तौर पर भारत के एयर मार्शल आरजीके कपूर ने मीडिया ब्रीफिंग में ऐमराम मिसाइल के वो टुकड़े दिखाए थे जिसे भारत के राजौरी से रिकवर किया गया था।
पाकिस्तान के पास F-16 ही ऐसा लड़ाकू विमान है जिसमें ऐमराम मिसाइल का उपयोग किया जा सकता है। यही वजह है कि भारत दावे के साथ मिशन में F-16 के उपयोग करने की बात कहता रहा है।