Coronavirus: दिल्ली में 200 लोगों में मिले कोरोना के लक्षण, अलग-अलग अस्पतालों में किया गया भर्ती
Coronavirus: दिल्ली में 200 लोगों में मिले कोरोना के लक्षण, अलग-अलग अस्पतालों में किया गया भर्ती
- दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में 300 लोगों में कोरोना के लक्षण दिखे
- भारत में कोरोना के मरीजों की संख्या ग्यारह सौ के पार
- बीते 24 घंटे में कोरोनावायरस के 92 नए मामले
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में 200 लोगों में कोरोना के लक्षण दिखाए दिए हैं। ये लोग एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। खबर मिलने के तुरंत बात डॉक्टरों की बड़ी टीम और WHO की एक अधिकारी यहां पहुंच गई। सभी को अलग-अलग अस्पतालों में ले जाया गया।
दरअसल, 13-15 मार्च के बीच अलमी मरकज़ बंगलेवाली मस्जिद में एक धार्मिक सभा आयोजित की गई थी। लगभग 2000 लोग इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इस कार्यक्रम के बारे में पता चलने पर दिल्ली सरकार और पुलिस के स्वास्थ्य अधिकारी हरकत में आ गए। यह बताया गया है कि कार्यक्रम में शामिल हुए छह लोग कोरोनावायरस से अपनी जान गंवा चुके है और 200 लोगों ने कोविड-19 के लक्षण दिखाए हैं। इन लोगों को चेकअप के लिए विभिन्न अस्पतालों में ले जाया गया। दिल्ली सरकार ने हजारों लोगों के जीवन को खतरे में डालने के लिए मरकज के प्रमुख मौलाना साद कंदलवी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है।
1000 मामलों तक पहुंचने में लगे 12 दिन
बता दें कि बीते 24 घंटों में कोरोनावायरस के 92 नए मामले सामने आए है और 4 लोगों की मौत हुई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को इस बात की जानकारी दी। स्वास्थ्य मंत्रालय के जॉइंट सेक्रेटरी लव अग्रवाल ने कहा, भारत को 1,000 कोरोनावायरस मामलों तक पहुंचने में 12 दिन लगे। जबकि विकसित देशों में यह संख्या बहुत अधिक है। भारत ने जो कदम उठाए है उसका असर दिख रहा है। जहां कब आबादी वाले विकसित देशों में हर दिन कई हजार केस और सैकड़ों की संख्या में मौत हो रही है वहीं भारत में अब तक 1071 मामले आए है और 29 लोगों की मौत हुई है।
भारत में अभी कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कोरोना वायरस के सीमित सामुदायिक संक्रमण की रिपोर्ट पर कहा कि "भारत में कोविड-19 अभी स्थानीय तौर पर संक्रमण के स्तर पर है, अभी तक सामुदायिक संक्रमण (कम्युनिटी ट्रांसमिशन) की स्थिति नहीं है।" वहीं अग्रवाल ने ये भी कहा कि लॉकडाउन तोड़ेंगे तो लड़ाई नाकाम हो जाएगी। लॉकडाउन का पालन करना होगा।
देश में अब तक कोरोना के 38,442 टेस्ट
अग्रवाल ने कहा कि लॉकडाउन के चलते पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय ने देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र में चिकित्सा उपकरण और आपातकालीन सामानों की आपूर्ति के लिए विशेष कार्गो उड़ानें चलाने के लिए अपनी अनुमति दी है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के डॉ गंगा केटकर ने कहा कि देश में अब तक कोरोना वायरस के 38,442 टेस्ट किए गए हैं, जिनमें से 3,501 कल किए गए थे। इसका मतलब है कि हम अभी भी अपनी परीक्षण क्षमता के 30 फीसदी से कम हैं। पिछले तीन दिनों में प्राइवेट लैब में 13,034 टेस्ट किए गए हैं।