काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन कराने के नाम पर ठगी का मामला प्रधानमंत्री कार्यालय पहुंचा, हरकत में आया जिला प्रशासन

काशी विश्वनाथ मंदिर में ठगी का मामला काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन कराने के नाम पर ठगी का मामला प्रधानमंत्री कार्यालय पहुंचा, हरकत में आया जिला प्रशासन

Bhaskar Hindi
Update: 2022-09-25 12:44 GMT
हाईलाइट
  • एसीपी ने स्थानीय दुकानदारों के साथ की बैठक

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक ठगी का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। गौरतलब है कि काशी विश्वनाथ मंदिर में कॉरिडोर निर्माण होने के बाद श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी है। अब काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन करने भारी तादाद में भक्त पहुंच रहे हैं। इसी बीच एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसके बारे में आप भी जानकर हैरान रह जाएंगे। बताया जा रहा है कि बाबा विश्वनाथ के दर्शन कराने के लिए श्रद्धालुओं के साथ ठगी की जा रही है। यह घटना अब प्रधानमंत्री कार्यालय पहुंच गया है, जिसके बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया है। 

उगाही का मामला पकड़ा तूल

खबरों के मुताबिक, काशी विश्वनाथ मंदिर का दर्शन कराने के लिए एक पंडा ने एक श्रद्धालु के साथ ठगी किया है। मामला पीएमओ तक पहुंचने के बाद जिला प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए और आनन-फानन में वाराणसी पुलिस ने फूल-माला और प्रसाद के दुकानदारों की बैठक बुला ली और उनको रेट लिस्ट जारी करने करने का अल्टीमेटम दे दिया है। पुलिस ने कड़ी चेतावनी देकर स्पष्ट किया है कि अगले कुछ दिनों में व्यापारी रेट लिस्ट तैयार कर लें और स्वीकृति के हिसाब से उचित दर पर ही फूल-माला व प्रसाद की ब्रिकी होगी। 

पुलिस ने दी चेतावनी

पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दुकानदारों को चेतावनी दी है कि अगर कोई भी बच्चा काम करते हुए पकड़ा जाएगा तो श्रम कानून के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बताया जा रहा है कि दिल्ली के एक प्रतिष्ठित व्यक्ति से काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन कराने के एवज में वहां का एक पंडा ने पांच हजार रूपए ऐंठ लिए थे। ठगी के शिकार हुए व्यक्ति ने इस संबंध में पीएमओ में शिकायत कर दी। जिसके बाद मामला यूपी पुलिस-प्रशासन तक पहुंचा और अब वाराणसी में स्थानीय स्तर पर मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं से धन उगाही पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस एक्शन में आ गई है।

एसीपी ने स्थानीय दुकानदारों के साथ की बैठक

विश्वनाथ मंदिर के आसपास के सभी दुकानकार जो फूल-माला बेंचते हैं। उनके साथ एसीपी दशाश्वेध अवधेश पांडेय ने बैठक की और एसीपी ने कहा कि आज उनकी नौकरी खतरे में आ चुकी है। पीएमओ से पत्र आया है कि दिल्ली के एक प्रतिष्ठित व्यक्ति के साथ 6 लोगों को फूल-माला बेंचने वाले दुकानदार के सहयोग से एक पंडा ने फ्री में काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन करा दिया और बगैर टिकट के बाबा विश्वनाथ का स्पर्श करा दिया लेकिन मंदिर के बाहर आते ही पांच हजार रूपए ऐंठ लिए।

एसीपी के मुताबिक, वह युवक दिल्ली वापस होने के बाद पीएमओ में लिखित शिकायत कर दी। इसके साथ ही उसने डीजीपी ऑफिस व मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री कार्यालय को टैग कर ट्वीट भी कर दिया। इसी वजह से विश्वनाथ मंदिर से एक पुलिस अधिकारी को हटा दिया गया है। बैठक के दौरान एसीपी ने दुकानदारों से बाबा विश्वनाथ के नाम पर धोखा व ठगी न करने की हिदायत दी है। दुकानदारों को ये भी नसीहत दी है कि फूल की डलिया पर लोगो बनवा कर पंजीकरण करा लें।

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