दिल्ली: अंकित शर्मा की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बड़ा खुलासा, चाकू से हुए 12 वार, शरीर पर 51 चोट के निशान
दिल्ली: अंकित शर्मा की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बड़ा खुलासा, चाकू से हुए 12 वार, शरीर पर 51 चोट के निशान
- अंकित शर्मा के शरीर पर चाकू से गोदने के 12 निशान थे
- रॉड व डंडे से अंकित पर हुआ था हमला
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तर पूर्वी दिल्ली हिंसा में मारे गए आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा (Ankit Sharma) की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट (Postmortem Report) में बड़ा खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार उनके शरीर पर चोट के 51 निशान थे। इनमें 12 चाकू से गोदने के निशान थे। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में अंकित के शरीर पर चाकू से हमले के गहरे निशान मिले हैं।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार छह स्क्रैच के निशान थे। वहीं 33 चोट के निशान थे, जिसमें रॉड और डंडे जैसे भारी वस्तु से अंकित के सिर और शरीर पर मारा गया था। रिपोर्ट के अनुसार शरीर पर रेड, पर्पल, नीले रंग के मार्क मिले हैं। ज्यादातर थाई और कंधे पर निशान थे।
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एक आरोपी गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा की हत्या के मामले में हसीन उर्फ सलमान को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने दावा किया है कि सलमान ने अपने साथियों के साथ मिलकर अंकित की हत्या से पहले उसे निर्वस्त्र करके धर्म को पुख्ता किया था। फिलहाल पुलिस उसके अन्य साथियों को तलाश रही है। दंगाईयों ने अंकित शर्मा के साथ दो अन्य हिंदू युवकों को भी पकड़ लिया था। दोनों किसी तरह भागने में कामयाब हो गए थे। अंकित के अकेले पड़ जाने पर दंगाईयों ने बेरहमी से उसकी हत्या कर दी।
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PFI अध्यक्ष और सचिव गिरफ्तार
इससे पहले गुरुवार को दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के अध्यक्ष परवेज और सचिव इलियास को गिरफ्तार कर लिया है। इन दोनों पर दिल्ली हिंसा (Delhi violence) भड़काने का आरोप है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यह गिरफ्तारी शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन में दोनों का लिंक मिलने पर की गई है। बता दें कि शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन को लेकर फंडिंग के मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच पिछले काफी समय से जांच कर रही है।
ऐसे पकड़ में आ रहे आरोपी
दिल्ली दंगों की जांच कर रही पुलिस ने चेहरों की पहचान के लिए आइडेंटिफिकेशन साफ्टवेयर का सहारा लिया है। इसमें दिल्ली के कुल 12 थाना क्षेत्रों के कुल 61 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र के करीब 20 लाख लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी कार्ड आदि के चेहरों का डेटा डाला गया है और सीसीटीवी तथा जनता की ओर से भेजे गए वीडियो के चेहरों का मिलान किया जा रहा है। अब तक 11 सौ से ज्यादा लोगों की पहचान हो चुकी है। इसमें तीन सौ से ज्यादा लोग यूपी से दंगा करने के लिए आए थे। इससे गहरी साजिश का खुलासा होता है।