Hathras case: हाथरस केस में बड़ी साजिश का खुलासा, दंगा भड़काने के लिए 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की फंडिंग हुई
Hathras case: हाथरस केस में बड़ी साजिश का खुलासा, दंगा भड़काने के लिए 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की फंडिंग हुई
- अकले मॉरिशस से 50 करोड़ रुपए आए थे
- पीएफआई को दंगा भड़काने के लिए 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की फंडिंग
- हाथरस केस में प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ा खुलासा किया
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। हाथरस केस में प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ा खुलासा किया है। प्रवर्तन निदेशालय की शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) को दंगा भड़काने के लिए 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की फंडिंग हुई। अकले मॉरिशस से 50 करोड़ आए थे। फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही है। जांच एजेंसियों को शुरुआती जांच में ये भी पता चला था कि पीड़िता को न्याय दिलाने के नाम पर रातों-रात एक वेबसाइट बनाई गई थी। इसके जरिए यूपी में जातीय दंगा फैलाना की साजिश रची गई। वेबसाइट के माध्यम से इस्लामिक देशों से फंडिंग भी की गई। वहीं मंगलवार को हाथरस में दंगे की साजिश रचने के आरोप में 4 लोगों को गिरफ्तार किया था। ये सभी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के सदस्य बताए जा रहे हैं। इनके पास से भड़काऊ साहित्य भी मिले थे।
क्या है पूरा मामला?
आरोप है कि हाथरस के बूलगढ़ी गांव में 14 सितंबर को 4 लोगों ने 19 साल की लड़की से गैंगरेप किया था। आरोपियों ने लड़की की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी और उसकी जीभ भी काट दी थी। दिल्ली में इलाज के दौरान पीड़िता की मौत हो गई। चारों आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं। हालांकि, पुलिस का दावा है कि दुष्कर्म नहीं हुआ था। सियासी संग्राम के बीच योगी सरकार ने शनिवार को हाथरस गैंगरेप मामले की सीबीआई जांच के आदेश दे दिए, लेकिन पीड़ित परिवार इस पर संतुष्ट नहीं है। पीड़ित के भाई ने कहा कि हम चाहते थे कि सुप्रीम कोर्ट के जज की निगरानी में मामले की जांच की जाए। मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं, पीड़िता का रात में दाह संस्कार कराने को लेकर प्रशासन निशाने पर था। गैंगरेप की शिकार दलित लड़की के पिता हो या भाई, चाचा हो या कोई अन्य रिश्तेदार, सब एक सुर से पुलिस पर जबरन दाह संस्कार कराने का आरोप लगा रहे हैं।
पीड़ित परिवार और मुख्य आरोपी संदीप के बीच फोन पर कई बार बातचीत
यूपी पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि पीड़िता के भाई और मुख्य आरोपी संदीप के बीच फोन पर 104 बार बातचीत हुई है। पीड़िता के भाई के नंबर 989xxxxx और संदीप के 76186xxxxx के बीच 13 अक्टूबर, 2019 से टेलीफोनिक बातचीत शुरू हुई। अधिकांश कॉल चंदपा क्षेत्र में स्थित और सेल टॉवरों से किए गए थे, जो पीड़िता के गांव बूलगढ़ी से बमुश्किल 2 किमी दूर थे। इन फोन कॉल में से 62 कॉल वो हैं जो पीड़ित परिवार की ओर से की गई तो वहीं 42 कॉल आरोपी संदीप की ओर से की गई थी। यूपी पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि पीड़ित परिवार और आरोपी संदीप के बीच नियमित अंतराल पर बात हुई।
यूपी सरकार पर हमलावर विपक्ष
हाथरस की घटना को लेकर विपक्षी दल आक्रामक और यूपी सरकार पर हमलावर हैं। यूपी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किए जा रहे हैं। कांग्रेस ने सीएम योगी से उनका इस्तीफा मांगा है। वहीं सीएम योगी ने इस मामले को लेकर कहा कि जिसे विकास अच्छा नहीं लग रहा, वे लोग देश में और प्रदेश में भी जातीय दंगा भड़काना चाहते हैं-सांप्रदायिक दंगा भड़काना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इस दंगे की आड़ में (उत्तर प्रदेश में) विकास रुकेगा और इसकी आड़ में उन्हें अपनी रोटियां सेंकने का अवसर मिलेगा, इसलिए वे नित नए षड्यंत्र करते रहते हैं। सीएम ने कहा कि इन षड्यंत्रों के प्रति पूरी तरह से आगाह होते हुए भी हमें इस विकास की प्रक्रिया को आगे बढ़ाना है।