सरकार ने रबी फसलों के लिए एमएसपी बढ़ाई, एक दशक में गेहूं के लिए सबसे कम वृद्धि
Govt hikes MSP सरकार ने रबी फसलों के लिए एमएसपी बढ़ाई, एक दशक में गेहूं के लिए सबसे कम वृद्धि
- सरसों के लिए 400 रुपये बढ़ाकर 5
- 050 रुपये प्रति क्विंटल
- गेहूं की एमएसपी 40 रुपये बढ़ाकर 2
- 015 रुपये प्रति क्विंटल
- रबी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बढ़ोतरी को मंजूरी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने प्रोडक्शन में डायरवर्शन को प्रोत्साहित करने के लिए रबी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने रबी विपणन सीजन (आरएमएस) 2022-23 के लिए सभी अनिवार्य रबी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि को मंजूरी दे दी है।
गेहूं और सरसों रबी की प्रमुख फसलें हैं। चालू फसल वर्ष में गेहूं की एमएसपी 40 रुपये बढ़ाकर 2,015 रुपये प्रति क्विंटल और सरसों के लिए 400 रुपये बढ़ाकर 5,050 रुपये प्रति क्विंटल की गई है। हालांकि, गेहूं के लिए एमएसपी (2 फीसदी) की बढ़ोतरी एक दशक में सबसे कम है। गौरतलब है कि भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा गेहूं उपभोक्ता है और किसानों को घबराहट में बिक्री से बचाने के लिए हर साल कीमतें तय की जाती हैं।
2021-22 के फसल वर्ष के लिए जौ का एमएसपी 35 रुपये बढ़ाकर 1,635 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है, जो पिछले वर्ष में 1,600 रुपये प्रति क्विंटल था। दलहनों में चने का एमएसपी 130 रुपये बढ़ाकर 5,230 रुपये प्रति क्विंटल और मसूर का एमएसपी 400 रुपये बढ़ाकर 5,550 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। इस बीच, कुसुम का एमएसपी 5,327 रुपये प्रति क्विंटल से 114 रुपये बढ़ाकर 5,441 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है।
एमएसपी वह दर है जिस पर सरकार किसानों से अनाज खरीदती है। नियम के अनुसार, सरकार खरीफ और रबी दोनों मौसमों में उगाई जाने वाली 23 फसलों के लिए एमएसपी तय करती है। सरकार की ओर से एमएसपी की बढ़ोतरी खरीफ फसलों की कटाई के तुरंत बाद और अक्टूबर से रबी फसलों की बुवाई से पहले की गई है।