मारे गए 2 नागरिकों के रिश्तेदारों की नजरबंदी को पूर्व मुख्यमंत्री उमर ने बताया अपमानजनक

हैदरपोरा मुठभेड़ मारे गए 2 नागरिकों के रिश्तेदारों की नजरबंदी को पूर्व मुख्यमंत्री उमर ने बताया अपमानजनक

Bhaskar Hindi
Update: 2021-11-18 07:00 GMT
मारे गए 2 नागरिकों के रिश्तेदारों की नजरबंदी को पूर्व मुख्यमंत्री उमर ने बताया अपमानजनक
हाईलाइट
  • शांतिपूर्ण धरना देने की अनुमति नहीं

डिजिटल डेस्क, श्रीनगर । पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को कहा कि यह अपमानजनक है कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने अब हैदरपोरा मुठभेड़ में मारे गए नागरिकों के रिश्तेदारों को शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी।

ट्वीट्स की एक श्रृंखला में उमर ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को परिवारों तक पहुंचना चाहिए और उन्हें सोमवार को मुठभेड़ में मारे गए उनके परिजनों के शव सौंप देना चाहिए। उमर ने ट्वीट किया यह 2021 का नया कश्मीर है। इस तरह से जम्मू-कश्मीर पुलिस एटदरएट पीएमओ इंडिया दिल की दूरी और दिल्ली से दूरी को हटाने के वादे को पूरा करती है। यह अपमानजनक है कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने परिवारों को विरोध में शांतिपूर्ण धरना देने की अनुमति नहीं दी।

उन्होंने कहा मैंने शायद ही कभी ऐसे परिवारों को देखा है, जिनके साथ अन्याय हुआ है, वे इतनी गरिमा के साथ खुद का आचरण करते हैं। वे अपनी मांगों में उचित हैं। इसका परिणाम सभी को दिखाई दे रहा है क्योंकि पुलिस उन्हें रात के अंधेरे में घसीटती है।

एलजी एटदरएट मनोज सिन्हा को इन परिवारों तक पहुंचना चाहिए उन्हें व्यक्तिगत रूप से सुनना चाहिए और मृतकों के शवों को प्रियजनों को सौंपना चाहिए। यह एकमात्र सही काम है। यह एकमात्र मानवीय काम है। बुधवार की रात मुठभेड़ में मारे गए मुदस्सर गुल और अल्ताफ अहमद के परिवार के सदस्यों को पुलिस ने बेदखल कर हिरासत में ले लिया है।परिवारों का कहना है कि अल्ताफ अहमद और मुदस्सिर गुल की उग्रवाद में कोई संलिप्तता नहीं थी और उन्होंने मांग की कि उनके शव उन्हें वापस कर दिए जाएं। पुलिस ने कहा कि हैदरपोरा में मुठभेड़ में चार लोग मारे गए जिसमें हैदर और उसके सहयोगी के रूप में पहचाने गए एक विदेशी आतंकवादी शामिल हैं।

 

(आईएएनएस)

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