किसान आंदोलन का 91वां दिन: 26 फरवरी को कृषि मंत्रालय का घेराव करेंगे किसान, सोलंकी ने कहा- सरकार को जगाने का प्रयास करेंगे
किसान आंदोलन का 91वां दिन: 26 फरवरी को कृषि मंत्रालय का घेराव करेंगे किसान, सोलंकी ने कहा- सरकार को जगाने का प्रयास करेंगे
- प्रदर्शन के दौरान 200 से अधिक किसानों ने गंवाई जान: सोलंकी
- सरकार को जगाने का प्रयास करेंगे: सोलंकी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कृषि कानूनों को रद्द कराने की मांग पर अड़े किसान दिल्ली की सीमाओं पर 91 दिन से लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान कांग्रेस ने बुधवार को ऐलान किया कि वे कृषि कानूनों के विरोध में 26 फरवरी को कृषि मंत्रालय का घेराव करेंगे।
किसान कांग्रेस के उपाध्यक्ष सुरेंद्र सोलंकी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी की कई सीमाओं पर चल रहे किसानों के प्रदर्शन को तीन महीने पूरे होने पर, किसान कांग्रेस केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का घेराव करेगी।
सरकार को जगाने का प्रयास करेंगे: सोलंकी
उन्होंने यह भी कहा कि किसान कांग्रेस कार्यकर्ता केंद्रीय कृषि मंत्रालय में भी विरोध प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने इस कदम को पिछले तीन महीनों से किसानों के मुद्दों की अनदेखी कर रही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार को जगाने का प्रयास बताया है। सोलंकी ने कहा कि किसान कांग्रेस दिल्ली-हरियाणा टिकरी सीमा पर पहले दिन से ही किसानों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा, हम पहले दिन से किसानों के साथ खड़े हैं। हम किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ कई रैलियां कर चुके हैं।
प्रदर्शन के दौरान 200 से अधिक किसानों ने गंवाई जान: सोलंकी
सोलंकी ने कहा कि अब तक तीन कृषि कानूनों का विरोध करते हुए 200 से अधिक किसानों ने अपनी जान गंवाई है। उन्होंने कहा कि न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी किसान आंदोलन का समर्थन किया जा रहा है। उन्होंने कहा, किसान कांग्रेस किसानों के अधिकारों और मांगों के लिए लड़ती रहेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि जब तक नरेंद्र मोदी सरकार इन तीन कानूनों को वापस नहीं लेती, किसान कांग्रेस राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर किसानों के साथ एकजुटता से खड़ी रहेगी। इससे पहले, सरकार के साथ किसानों की 11 दौर की वार्ता अनिर्णायक रही है।