चुनावी तैयारियां तेज, मंत्रिमंडल विस्तार के बहाने मोदी साधेंगे 5 राज्यों के चुनावी समीकरण!
चुनावी तैयारियां तेज, मंत्रिमंडल विस्तार के बहाने मोदी साधेंगे 5 राज्यों के चुनावी समीकरण!
- 2022 में होने हैं 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव
- मोदी कैबिनेट का विस्तार जल्द!
- विस्तार के बहाने विधानसभा चुनावों पर नजर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मोदी कैबिनेट (Modi Cabinet) में जल्द ही विस्तार हो सकता है. जिस पर सबकी नजरें टिकी हुई है. सूत्रों के अनुसार 4 जुलाई तक मोदी कैबिनेट (Modi Cabinet) में विस्तार किया जा सकता है. बता दें कि दो साल के बाद होने जा रहा ये विस्तार एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है. मंत्रियों का ये फेरबदल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) और अगले 5 सालों में कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों (Assembly elections) को ध्यान में रखकर किया जाएगा. वहीं, बतौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के दूसरे कार्यकाल का ये दूसरा विस्तार होगा.
सूत्रों की मानें तो अच्छा प्रदर्शन नहीं करने वाले मंत्रियों को बाहर का रास्ता भी दिखाया जा सकता है और कई अन्य नए मंत्रियों के चेहरे मंत्रिमंडल में देखने को मिल सकते हैं. वहीं, हाल फिलहाल में कैबिनेट में 21 मंत्री हैं जिनकी संख्या में बढ़ोतरी होने की पूरी संभावना दिखाई दे रही है. इसके साथ ही स्वतंत्र प्रभार के 9 और राज्यमंत्री 23 हैं जिनकी संख्या में भी इजाफा देखने को मिल सकता है.
इन चेहरों को मिल सकती है कैबिनेट में जगह
मोदी कैबिनेट विस्तार (Modi Cabinet Expansion) में फिलहाल चर्चा में ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) का नाम भी शामिल है. इसके साथ ही दिनेश त्रिवेदी, भूपेंद्र यादव, अश्विनी वैष्णव, वरूण गांधी, जामयांग शेरिंग नामग्याल जैसे नामों को भी कैबिनेट में जगह मिल सकती है.
2022 के चुनावों पर नजर
बता दें कि उत्तर प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड सहित पांच राज्यों में 2022 में चुनाव होने वाले हैं. जिसको लेकर लोगों का कहना है कि चुनाव वाले राज्यों के समीकरण साधने पर विशेष जोर दिया जा सकता है. साथ ही कयास लगाए जा रहे हैं कि उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) से आने वाले मंत्रियों की संख्या में बढ़ोतरी करने के साथ साथ उन्हें बड़ा मंत्रालय भी दिया जा सकता है, जिससे मंत्री सीधे जनता से जुड़ सकें.
ये मंत्री हटेंगे!
मोदी कैबिनेट विस्तार (Modi Cabinet Expansion) में मौजूदा स्थिति में कई मंत्रियों को हटाया जा सकता है. अभी 9 मंत्रियों के पास एक से ज्यादा विभाग है, जिनमें प्रकाश जावडेकर, पीयूष गोयल, स्मृति ईरानी, नितिन गडकरी, धर्मेंद्र प्रधान, नरेंद्र सिंह तोमर, डॉ. हर्षवर्धन और हरदीप सिंह पुरी जैसे नाम शामिल हैं.
इनके नाम भी हैं चर्चा में
सूत्रों के अनुसार बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, महाराष्ट्र के नेता नारायण राणे, भूपेंद्र यादव और एक वरिष्ठ नेता जिनके पास बिहार के साथ गुजरात का भी प्रभार है उन्हें भी मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है. वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly elections) को देखते हुए वरूण गांधी, अनिल जैन, जफर इस्लाम, रामशंकर कठेरिया और अनुप्रिया पटेल भी लिस्ट में शामिल हो सकतीं हैं.
जदयू के मोदी कैबिनेट में शामिल होने की संभावनाएं कम
साल 2019 में मोदी सरकार के गठन के दौरान जदयू को केंद्रीय मंत्रिमंडल (central cabinet) में शामिल होने का ऑफर भाजपा (BJP) ने दिया था, लेकिन उस वक्त महज एक मंत्री पद जदयू को दिया जा रहा था, जिसके कारण जदयू ने भाजपा का ये ऑफर ठुकरा दिया था. वहीं, अब जदयू 2 साल बाद भाजपा में शामिल होने के लिए राजी हो गई है. जदयू में मंत्री पद के लिए दावेदार अधिक हैं लेकिन सरकार एक या दो से ज्यादा मंत्री उसके कोटे से बनाने में सक्षम नहीं है.