डीके शिवकुमार 13 सितंबर तक रहेंगे ED की हिरासत में, मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप
डीके शिवकुमार 13 सितंबर तक रहेंगे ED की हिरासत में, मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप
- कस्टडी के दौरान परिवार के सदस्यों को रोजाना आधे घंटे शिवकुमार से मिलने की अनुमति है
- डीके शिवकुमार को कोर्ट ने 13 सितंबर तक ईडी की हिरासत में भेज दिया है
- शिवकुमार मंगलवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चौथी बार ईडी के सामने पेश हुए थे
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कर्नाटक कांग्रेस के नेता डीके शिवकुमार को दिल्ली की एक अदालत ने 13 सितंबर तक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में भेज दिया गया है। पूर्व कैबिनेट मंत्री और कनकपुरा सीट से मौजूदा विधायक मंगलवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चौथी बार ईडी के सामने पेश हुए थे।
वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी और दयान कृष्णन ने अदालत में 57 वर्षीय शिवकुमार का प्रतिनिधित्व किया। कस्टडी के दौरान परिवार के सदस्यों और वकील को रोजाना आधे घंटे के लिए शिवकुमार से मिलने की अनुमति है। अदालत ने उनके निजी डॉक्टर को भी जाने की अनुमति दी है।
ईडी ने पिछले साल सितंबर में शिवकुमार और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था। आयकर विभाग की ओर से दायर चार्जशीट के आधार पर ये मामला दर्ज किया गया था। शिवकुमार ने ईडी के समन को चुनौती देने देने के लिए कर्नाटक हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी जिसे पिछले हफ्ते कोर्ट ने खारिज कर दिया था। याचिका के खारिज होने के बाद उन्हें ईडी के सामने पेश होना था।
याचिका के खारिज होने के बाद मंगलवार को वह चौथी बार ईडी के सामने पेश हुए, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
शिवकुमार के लिए 14 दिन की हिरासत की मांग करते हुए, ईडी ने दावा किया कि कांग्रेस नेता ने कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के दौरान अप्रत्याशित उत्तर दिए और असहयोग किया। वकील ने यह भी आरोप लगाया कि पिछले कुछ वर्षों में उनके पूरे परिवार की संपत्ति में वृद्धि हुई है।
2 अगस्त, 2017 को बेंगलुरु, कनकपुरा और नई दिल्ली में शिवकुमार के ठिकानों पर इनकम टैक्स की छापेमारी के बाद कथित मनी लॉन्ड्रिंग का मामला सामने आया था। इस छापेमारी में 8.5 करोड़ रुपये की अघोषित नकदी जब्त की गई और इसके स्रोत पर कोई सबूत नहीं मिला।
शिवकुमार की गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन के बाद बुधवार को बेंगलुरु में हिंसा भड़क गई। प्रदर्शनकारियों ने केंद्र, जांच एजेंसी के खिलाफ नारेबाजी की और पुलिस से भी भिड़ गए।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शिवकुमार की गिरफ्तारी को बदले की राजनीति बताया है। उन्होंने कहा "डीके शिवकुमार की गिरफ्तारी बदले की राजनीति का एक और उदाहरण है। ईडी/सीबीआई का इस्तेमाल करके सरकार चुनिंदा व्यक्तियों को निशाना बना रही है।"
पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी ट्वीट कर कहा, शिवकुमार निर्दोष थे और निर्दोष हैं। पार्टी, अदालत और जनता के समक्ष इसका सबूत देगी। उन्होंने कहा, शिवकुमार के खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई की जा रही है।
सुरजेवाला ने आरोप लगाते हुए कहा, अर्थव्यवस्था औंधे मुंह गिर गई है, जीडीपी विकास दर पांच फीसदी लुढक़ गयी है, हर क्षेत्र बेरोजगारी की चपेट में है। इन सबसे ध्यान भटकाने के लिए बीजेपी सरकार आए दिन कांग्रेस नेताओं के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज करा रही है।
अपनी गिरफ्तारी को लेकर डीके शिवकुमार ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा, "मैं बीजेपी के दोस्तों को बधाई देता हूं, वो आखिरकार मुझे गिरफ्तार करने के मिशन में कामयाब हो गए। मेरे खिलाफ आईटी और ईडी के केस राजनीति से प्रेरित हैं। मैं बीजेपी की बदले की भावना की राजनीति का शिकार हूं।"