चारधाम यात्रा के लिये जारी एसओपी का पूरा ध्यान रखें श्रद्धालु
उत्तराखंड चारधाम यात्रा के लिये जारी एसओपी का पूरा ध्यान रखें श्रद्धालु
डिजिटल डेस्क, देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे कोविड गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए चारधाम के लिए जारी मानक प्रचालन प्रक्रिया (एसओपी) का पूरा पालन करें और यात्रा पर निकलने से पहले अपने सभी जरूरी दस्तावेज और कोविड-19 निगेटिव रिपोर्ट और वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट को साथ में अवश्य लाएं।
मंगलवार सुबह केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण करने के बाद अपराह्न देहरादून वापस आकर श्री धामी ने अपने आवास स्थित जनता दर्शन हॉल में संवाददाता सम्मेलन में यह अपील की। उन्होंने कहा कि माननीय उच्च न्यायालय ने चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं के लिए प्रतिदिन निर्धारित सीमा को हटा दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है यात्रा भी चलती रहे और यात्रियों की सुरक्षा भी रहे। इसके लिए कोविड गाइडलाइन के तहत यात्रा को सकुशल संपन्न कराया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यात्रा को लेकर जो भी दिक्कतें हैं उन्हें जल्द दूर करने हेतु निर्देश दे दिए हैं। मुख्यमंत्री ने केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि आगामी 30 अक्टूबर तक श्री शंकराचार्य जी की समाधि का काम पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम के लिए 409 करोड़ के कार्य प्रस्तावित हैं, जिनमें 225 करोड़ का कार्य पूरा हो गया है। जबकि फेज-2 में 114 करोड़ का कार्य निर्माणाधीन है। इसी तरह से बदरीनाथ धाम के लिए 245 करोड़ के कार्य प्रस्तावित है।
धामी ने जानकारी देते हुए कहा कि चारों धामों हेतु पुनर्निर्माण एवं सौंदर्यीकरण हेतु 708 करोड़ रुपए के कार्य गतिमान और प्रस्तावित हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सात अक्तूबर को केदारनाथ जाने का कोई कार्यक्रम नहीं है। वह ऋषिकेश में भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में ऑक्सीजन प्लांट का लोकार्पण करेंगे। मुख्यमंत्री ने राज्य में विभिन्न कार्मिकों द्वारा की जा रही और प्रस्तावित हड़ताल सम्बन्धित प्रश्न के उत्तर में कहा कि यह राज्य सभी का है। इसलिये कार्मिकों को सरकार के साथ मिलकर विकास की द्दष्टि से काम करना चाहिये। सं. उप्रेती
वार्ता