दिल्ली हिंसा : अंधाधुंध गोलियां चलाने के बाद कनॉट प्लेस की पार्किंग में जाकर सो गया था शाहरुख
दिल्ली हिंसा : अंधाधुंध गोलियां चलाने के बाद कनॉट प्लेस की पार्किंग में जाकर सो गया था शाहरुख
- अखबार और टीवी चैनलों की खबरों से पुलिस की गतिविधियों पर रख रहा था नजर
- अपनी फैक्टरी में काम करने वाले एक श्रमिक से ली थी पिस्टल
- पिता पर चल रहा मादक पदार्थ की तस्करी का केस
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली हिंसा का सबसे खूंखार चेहरा शाहरुख खान 24 फरवरी को सरेआम बेखौफ हो गोलियां चलाने के बाद मौके से भाग गया था। कार से वह सीधा नई दिल्ली जिले के कनॉट प्लेस स्थित एक पार्किंग पहुंचा। वहां पुलिस से बचने के लिए वह कई घंटे तक कार के भीतर ही सोता रहा। जब उसे विश्वास हो गया कि पुलिस अब दंगों में पूरी तरह फंस चुकी होगी, तो वो पंजाब चला गया।
यह जानकारी मंगलवार दोपहर दिल्ली पुलिस मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दिल्ली पुलिस अपराध शाखा के एडिश्नल पुलिस कमिश्नर डॉ. अजित कुमार सिंगला ने दी। सिंगला ने आगे बताया कि शाहरुख खान को टिकटॉक का शौक है। आरोपी अपना एक म्यूजिक एलबम भी रिलीज करवा चुका है।
अपनी फैक्टरी में काम करने वाले एक श्रमिक से ली थी पिस्टल
सिंगला ने बताया कि जिस पिस्टल से शाहरुख खान ने घटना वाले दिन गोलियां बरसाईं वो 7.65 बोर का है। यह अवैध पिस्टल है। शाहरुख खान ने यह पिस्टल 2 साल पहले अपनी फैक्टरी में काम करने वाले एक श्रमिक से फोकट में ही ले लिया था, ताकि इलाके में पिस्टल दिखाकर लोगों पर रौब गांठ सके। आरोपी शाहरुख खान की उत्तर पूर्वी दिल्ली में ही जुराब (मोजे) बनाने की फैक्टरी है।
पुलिस को पिस्टल और एक जिंदा कारतूस की तलाश
एडिश्नल पुलिस कमिश्नर ने आगे बताया कि शाहरुख के पास उस दिन कुल छह गोलियां पिस्टल के साथ थीं। तीन राउंड उसने मौके पर चला दिए। दो राउंड जिंदा कारतूस जब्त हो चुके हैं, जबकि एक कारतूस के बारे में उसने पुलिस को बताया कि वह कहीं जल्दबाजी में गिर गया होगा। एडिश्नल पुलिस कमिश्नर ने बताया कि पिस्टल हालांकि अभी बरामद नहीं हुई है। पुलिस रिमांड के बाद पिस्टल और खोया हुआ एक जिंदा कारतूस तलाशना हमारी टीम का मुख्य और प्रथम काम होगा। उन्होंने आगे कहा कि पिस्टल मुंगेर (बिहार) में बनी है। अवैध होने के बाद भी पिस्टल अच्छी क्वालिटी और ज्यादा मारक क्षमता वाली थी।
अखबार और टीवी चैनलों की खबरों से पुलिस की गतिविधियों पर रख रहा था नजर
अपराध शाखा के अधिकारी ने बताया कि शाहरुख ने दिल्ली के कनॉट प्लेस की पार्किंग से सीधे पंजाब का रुख पहले किया। उसके बाद वह यूपी के बरेली में छिप गया। उसकी तलाश में पुलिस क्या क्या कर रही है, इसकी सही और सटीक जानकारी उसे अखबारों और टीवी से मिल रही थी। इसीलिए जैसे ही दिल्ली पुलिस अपराध शाखा की टीम यूपी के बरेली में पहुंची, शाहरुख खान वहां से भी खिसक लिया। शाहरुख खान पुलिस की आंखों से ओझल हो पाता, उससे पहले ही उसे दबोच लिया गया।
पिता पर चल रहा मादक पदार्थ की तस्करी का केस
एडिश्नल पुलिस कमिश्नर ने माना कि शाहरुख ने घटना वाले दिन इलाके में अपनी धमक जमाने के लिए पिस्तौल से हवा में गोलियां दागकर सनसनी फैला दी थी। शाहरुख पर अभी तक पहले का कोई आपराधिक मामले का रिकॉर्ड नहीं मिला है। हां, उसके पिता के खिलाफ मादक पदार्थ तस्करी का केस दर्ज है। शाहरुख के खिलाफ पुलिस ने धारा 186/383 व आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। जरूरत पड़ने पर उसके खिलाफ अन्य धाराएं भी जोड़ी जा सकती हैं।