BJP नेताओं के निधन पर बोलीं साध्वी, विपक्ष कर रहा मारक शक्ति का इस्तेमाल
BJP नेताओं के निधन पर बोलीं साध्वी, विपक्ष कर रहा मारक शक्ति का इस्तेमाल
- बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के निधन पर साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने जाहिर की शंका
- साध्वी ने कहा
- विपक्ष मारक शक्ति का इस्तेमाल कर रहा है
- जिससे नेताओं की असमय मृत्यु हो रही है
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश के भोपाल संसदीय क्षेत्र से भाजपा की सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। इस बार साध्वी प्रज्ञा ने बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के निधन को लेकर विपक्ष पर गंभीर आरोप लगाया है। प्रज्ञा ने आशंका जताई है कि भाजपा नेताओं के असमय मृत्यु के पीछे विपक्षी दलों की मारक (तंत्र-मंत्र) शक्तियों का प्रयोग तो नहीं है।
#WATCH Pragya Thakur,BJP MP: Once a Maharaj ji told me that bad times are upon usopposition is upto something, using some "marak shakti" against BJP.I later forgot what he said,but now when I see our top leaders leaving us one by one,I am forced to think,wasn"t Maharaj ji right? pic.twitter.com/ZeYHkacFJj
— ANI (@ANI) August 26, 2019
सोमवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली और पूर्व मुख्यमंत्री बाबू लाल गौर के लिए आयोजित शोकसभा में प्रज्ञा ठाकुर ने कहा, लोकसभा चुनाव के दौरान उनसे एक महाराज जी ने कहा था कि आप अपनी साधना कम नहीं करना, साधना का समय और बढ़ाते रहना, क्योंकि बहुत बुरा समय चल रहा है। विपक्ष एक मारक शक्ति का प्रयोग बीजेपी और उसके नेताओ को नुकसान पहुंचाने के लिए कर रहा है ऐसे में आप सावधान रहें।
प्रज्ञा ठाकुर ने साधु द्वारा कही गई बात का ब्यौरा देते हुए कहा, महाराज जी ने कहा था, मारक शक्ति का निश्चित रूप से भाजपा के कर्मठ, योग्य और ऐसे लोग जो भाजपा को संभालते हैं, उन पर असर पड़ेगा। उनको हानि पहुंच सकती है और आप टारगेट हैं, इसलिए अपना ध्यान रखिएगा। मैंने महाराज जी की बात सुनी और उसे भूल गई। अब पार्टी के शीर्ष नेतृत्व सुषमा स्वराज, बाबूलाल जी और फिर जेटली जी और ऐसे क्रमश: हमारे नेताओं को जाते देख मन में आया कि कहीं यह सच (मारक शक्ति का प्रयोग) तो नहीं। यह आज भी प्रश्न वाचक है। मगर सच यह है कि हमारा नेतृत्व निरंतर असमय हमारे बीच से जा रहा है।
गौरतलब है कि, प्रज्ञा ठाकुर लगातार अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहती हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने गोडसे को देशभक्त करार दिया था, उसके बाद उनकी खूब आलोचना हुई तो उन्होंने माफी मांग ली थी। इतना ही नहीं प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नाराजगी जताई थी।