स्पुतनिक लाइट को तीसरे चरण के ट्रायल के लिए डीसीजीआई ने दी मंजूरी 

कोविड 19 वैक्सीन स्पुतनिक लाइट को तीसरे चरण के ट्रायल के लिए डीसीजीआई ने दी मंजूरी 

Bhaskar Hindi
Update: 2021-09-15 11:12 GMT
स्पुतनिक लाइट को तीसरे चरण के ट्रायल के लिए डीसीजीआई ने दी मंजूरी 
हाईलाइट
  • कोविड-19 के खिलाफ स्पुतनिक लाइट 78.6 से 83.7 प्रतिशत तक प्रभावशाली

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस में बनी स्पुतनिक लाइट सिंगल डोज कोविड-19 वैक्सीन को ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने भारत में तीसरे चरण के ट्रायल की बुधवार को इजाजत दे दी है। स्पुतनिक लाइट को लेकर मेडिकल जर्नल द लांसेट ने यह दावा किया था कि कोविड-19 के खिलाफ यह वैक्सीन 78.6 से 83.7 प्रतिशत तक प्रभावशाली है, जो कई दो खुराक वाली वैक्सीन से भी ज्यादा है।

सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (CDSCO) की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने जुलाई में स्पुतनिक के आपात इस्तेमाल की इजाजत देने से इनकार कर दिया था। कमेटी ने देश में रूसी वैक्सीन के तीसरे चरण के परीक्षण करने की जरूरत बताई थी और इस बात पर गौर किया था कि स्पूतनिक-V में वही कंपोनेंट हैं, जो स्पुतनिक लाइट में इस्तेमाल किए गए हैं और भारतीय आबादी पर सुरक्षा और रोग प्रतिरोधक शक्ति के आंकड़े ट्रायल के दौरान सामने आए हैं।

डॉ रेड्डीज लैबोरेट्रीज ने भारत में स्पुतनिक वी वैक्सीन के तीसरे चरण का परीक्षण करने के लिए पिछले साल रूसी डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फण्ड (आरडीआईएफ) के साथ भागीदारी की थी। एसईसी द्वारा डॉ रेड्डीज को भारत में सिंगल-शॉट वैक्सीन के लिए रूस में स्पुतनिक-लाइट के तीसरे चरण के क्लिनिकल परीक्षण से सुरक्षा, इम्युनिटी और प्रभाव का डेटा प्रस्तुत करने के लिए कहा गया था। स्पूतनिक-v की अर्जेंटिना में करीब 40 हजार बुजुर्गों पर स्टडी की गई थी। स्टडी के मुताबिक स्पुतनिक लाइट वैक्सीन 82.1-87.6 फीसदी अस्पताल में भर्ती होने की संभावना को कम कर देती है।

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