Covid-19: पीएम मोदी ने नोएडा, कोलकाता और मुंबई में किया कोरोना जांच लैब का उद्घाटन, बोले- रोजाना हो रहे 5 लाख टेस्ट

Covid-19: पीएम मोदी ने नोएडा, कोलकाता और मुंबई में किया कोरोना जांच लैब का उद्घाटन, बोले- रोजाना हो रहे 5 लाख टेस्ट

Bhaskar Hindi
Update: 2020-07-27 13:20 GMT
Covid-19: पीएम मोदी ने नोएडा, कोलकाता और मुंबई में किया कोरोना जांच लैब का उद्घाटन, बोले- रोजाना हो रहे 5 लाख टेस्ट
हाईलाइट
  • नोएडा
  • कोलकाता और मुंबई में कोरोना टेस्टिंग लैब
  • पिछले कुछ दिनों में कोरोना मामलों मे काफी तेजी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए नोएडा, कोलकाता और मुंबई में भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) की तीन नए लैब्स का उद्घाटन किया। यहां प्रतिदिन जांच की क्षमता 6000 तय की गई है। नोएडा सेक्टर-39 स्थित राष्ट्रीय कैंसर रोकथाम एवं शोध संस्थान (NICPR) में बनी कोरोना जांच की लैब अति आधुनिक होगी। यहां 12 RTPCR मशीनें लगाई जाएंगी। वहीं, 4 RNA एक्सट्रैक्शन मशीनें भी लगेंगी। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि आज देश के करोड़ों नागरिक कोरोना वायरस के खिलाफ बहुत तेजी से लड़ रहे हैं। आज जिस हाइटेक लैब्स का उद्घाटन हुआ है। उससे महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश को कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ने में और ज्यादा फायदा मिलने वाला है।

बंगाल, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे मौजूद
इन लैब के उद्धाटन के डिजिटल कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन समेत महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक ये लैब देश में कोरोना जांच की रफ्तार तेज करेंगी। इससे समय पर इलाज शुरू करने में मदद मिलेगी और इस तरह संक्रमण फैलने से रोका जा सकेगा।

सही समय पर हो सकेगी संक्रमण की पहचान और इलाज
ये लैब देश में कोरोना जांच क्षमता बढ़ाने में मदद करेंगी जिससे संक्रमण की समय से पहचान और इलाज संभव हो सकेगा। इन लैब का निर्माण आईसीएमआर ने किया है। ये लैब आईसीएमआर-नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कॉलरा एंड एंटेरिक डिसीज कोलकाता, आईसीएमआर-नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर प्रिवेंशन एंड रिसर्च नोएडा और आईसीएमआर-नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर रिसर्च इन रिप्रोडक्टिव हेल्थ मुंबई में बनाई गई है।

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कही ये अहम बातें

  • पीएम मोदी ने कहा कि देश के करोड़ों नागरिक कोरोना वैश्विक महामारी से बहुत बहादुरी से लड़ रहे हैं। आज जिन Hi-tech स्टेट ऑफ द आर्ट टेस्टिंग फेसिलिटी का लॉन्च हुआ है, उससे पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश को कोरोना के खिलाफ लड़ाई में और ताकत मिलेगी। एक अच्छी बात ये भी है कि ये हाईटेक लैब्स सिर्फ कोरोना टेस्टिंग तक ही सीमित रहने वाली नहीं हैं। भविष्य में, Hepatitis B और C, HIV, डेंगू सहित अनेक बीमारियों की टेस्टिंग के लिए भी इन लैब्स में सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
  • प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में जिस तरह सही समय पर सही फैसले लिए गए, आज उसी का परिणाम है कि भारत अन्य देशों के मुकाबले, काफी संभली हुई स्थिति में है। आज हमारे देश में कोरोना से होने वाली मृत्यु, बड़े-बड़े देशों के मुकाबले, काफी कम है। आइसोलेशन सेंटर हों, कोविड स्पेशल हॉस्पिटल हो, टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रैकिंग से जुड़ा नेटवर्क हो, भारत ने बहुत ही तेज़ गति से अपनी क्षमताओं का विस्तार किया। आज भारत में 11 हजार से ज्यादा COVID फैसिलिटीज़ हैं, 11 लाख से ज्यादा आइसोलेशन बेड हैं।
  • पीएम ने कहा कि सिर्फ 6 महीने पहले देश में एक भी PPE किट मैन्यूफैक्चरर नहीं था। आज 1200 से ज्यादा मैन्यूफैक्चरर हर रोज 5 लाख से ज्यादा PPE किट बना रहे हैं। एक समय भारत N-95 मास्क भी बाहर से ही मंगवाता था। आज भारत में 3 लाख से ज्यादा N-95 मास्क हर रोज बन रहे हैं। जनवरी में हमारे पास कोरोना के टेस्ट के लिए जहां मात्र एक सेंटर था, आज करीब 1300 लैब्स पूरे देश में काम कर रही हैं। आज भारत में 5 लाख से ज्यादा टेस्ट हर रोज हो रहे हैं।
  • प्रधानमंत्री ने कहा कि आइसोलेशन सेंटर हों, कोविड स्पेशल हॉस्पिटल हो या टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रैकिंग से जुड़ा नेटवर्क हो, भारत ने तेज गति से अपनी क्षमताओं का विस्तार किया। आज देश में 11 हजार से ज्यादा कोविड फैसिलिटी हैं और 11 लाख से ज्यादा आइसोलेशन बेड हैं। जनवरी में हमारे पास कोरोना जांच का मात्र एक सेंटर था, आज करीब 1300 लैब में काम कर रही हैं। आज देश में पांच लाख से ज्यादा टेस्ट रोज हो रहे हैं, जिसे 10 लाख करने की कोशिश की जा रही है। 

  • उन्होंने कहा कि देश में जिस तरह सही समय पर सही फैसले लिए गए, आज उसी का परिणाम है कि भारत अन्य देशों के मुकाबले, काफी संभली हुई स्थिति में है। आज हमारे देश में कोरोना से होने वाली मृत्यु बड़े-बड़े देशों के मुकाबले काफी कम है। उन्होंने कहा, कोरोना के खिलाफ इस लंबी लड़ाई के लिए सबसे महत्वपूर्ण था कि देश में तेजी के साथ जरूरी हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो। इसी लिए केंद्र ने शुरू में ही 15 हजार करोड़ रुपए के पैकेज का एलान कर दिया था। 

 

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