Covid-19 Bulletin: देश में एक्टिव केस 9 लाख से नीचे, मृत्यु दर 1.53 प्रतिशत, अब तक 62 लाख से ज्यादा लोग हुए स्वस्थ
Covid-19 Bulletin: देश में एक्टिव केस 9 लाख से नीचे, मृत्यु दर 1.53 प्रतिशत, अब तक 62 लाख से ज्यादा लोग हुए स्वस्थ
- दोबारा संक्रमण का एक मामला अहमदाबाद तो दो मुंबई में
- बढ़ रहा है रिकवरी रेट
- 62 लाख से ज्यादा मरीज ठीक हुए
- लगातार 5वें दिन देश में सक्रिय मामले नौ लाख से कम रहे
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस महामारी की स्थिति को लेकर मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की ओर से प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। इसमें स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण और आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कोरोना की स्थिति को लेकर जानकारियां दीं। इस दौरान बताया गया कि देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है। उन्होंने बताया कि भारत में दोबारा संक्रमण के 3 मामले सामने आए हैं, जबकि दुनियाभर में ऐसे 24 मामले सामने आए हैं।
मंत्रालय में सचिव राजेश भूषण ने बताया कि अब तक 62,27,295 लोग ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। यह संख्या विश्व में सबसे ज्यादा है। सक्रिय मामलों की संख्या में लगातार गिरावट दर्ज़ की गई है। सितंबर के मध्य 10 लाख सक्रिय मामले देश में थे अब यह घटकर 8,38,000 हो गए हैं। उन्होंने बताया कि 9 से 15 सितंबर तक देखें तो देश में हर दिन 92 हज़ार नए मामले सामने आ रहे थे। 7 अक्टूबर से 13 अक्टूबर के बीच प्रतिदिन 70,114 नए मामले सामने आए हैं।
87 फीसदी मरीज हुए ठीक
स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव ने कहा कि लगभग 87% लोग रिकवर हो चुके हैं, 11.69% सक्रिय मामले हैं और 1.53% मृत्यु के मामले हैं। 10 राज्य ऐसे हैं, जिनमें कुल मामलों के 79% मामले हैं। 2 हफ्ते पहले तक केरल 10 राज्यों में भी नहीं था अब वह तीसरे नंबर पर है। राजेश भूषण ने कहा कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण के सक्रिय मामले 11.69 फीसदी हैं। कुल सक्रिय मामलों में से 11 फीसदी केरल में, 25 फीसदी महाराष्ट्र में और 13 फीसदी मामले कर्नाटक में हैं। उन्होंने कहा कि हम इन राज्यों के साथ विचार-विमर्श कर रहे हैं कि किस तरीके से यहां कोविड-19 के मामलों में कमी लाई जाए।
केरल तीसरे स्थान पर पहुंचा
उन्होंने कहा कि 10 राज्य ऐसे हैं जिनमें कुल मामलों के 79 फीसदी मामले हैं। दो हफ्ते पहले तक केरल 10 राज्यों में भी नहीं था अब वह तीसरे नंबर पर है। नौ से 15 सितंबर तक देखें तो देश में हर दिन 92 हजार नए मामले सामने आ रहे थे। सात अक्तूबर से 13 अक्तूबर के बीच प्रतिदिन 70,114 नए मामले सामने आए हैं। प्रेस वार्ता में मौजूद सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव अमित खरे ने कहा कि हमने एक अभियान "जन आंदोलन फॉर कोविड-19 एप्रोप्रिएट बिहेवियर" चलाने का फैसला किया है। खरे ने बताया कि अभी इस अभियान को अक्तूबर और नवंबर के लिए चलाया जाएगा और बाद में विभिन्न स्वरूपों में अगले साल मार्च तक इसे जारी रखा जाएगा।
सर्दियों में देना होगा ध्यान
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने कहा कि कोविड-19 के प्रभाव में स्थायित्व आ रहा है। हमें अपनी साफ-सफाई को लेकर अधिक सावधान रहना होगा उन्होंने कहा कि क्योंकि यह एक श्वसन वायरस (रेस्पिरेटरी वायरस) है और अधिकांश श्वसन वायरस सर्दियों के दौरान बढ़ जाते हैं। व्यवहार परिवर्तन आवश्यक है, मास्क अनिवार्य है। डॉ. पॉल ने फेस मास्क से जुड़ी शंकाओं को दूर करते हुए कहा कि थ्री-प्लाई मास्क और घर पर बनाए गए मास्क कोविड-19 संक्रमण के प्रसार को रोकने में मददगार हैं। एन-95 मास्क अस्पतालों में काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के लिए फायदेमंद हैं। वहीं, सर्जिकल मास्क रोजमर्रा के इस्तेमाल में प्रभावी हैं।
प्रेस वार्ता के प्रमुख बिंदु
- कोविड-19 से संक्रमित होने की कुल, साप्ताहिक और प्रतिदिन की दरों में कमी आई है। यह क्रमश: 8.07 फीसदी, 6.24 फीसदी और 5.16 फीसदी है।
- कोविड-19 से संक्रमित होने की औसत दैनिक दर जो नौ सितंबर से 15 सितंबर के बीच 8.50 फीसदी थी, वह सात अक्तूबर से 13 अक्तूबर के बीच कम होकर 6.24 फीसदी हो गई है।
- कोविड-19 की जांच में उल्लेखनीय तेजी आई है और संक्रमण की दर में भी लगातार गिरावट आई है।
- कोविड-19 की वजह से करीब 35 फीसदी मौतें 45-60 वर्ष आयु समूह के मरीजों की और 10 प्रतिशत मौतें 26-44 वर्ष आयु समूह के मरीजों की हुई है।
- कोविड-19 से जान गंवाने वालों में से 70 फीसदी संख्या पुरुषों की और 30 फीसदी महिलाओं की।
- कोविड-19 से होने वाली मौतों में से करीब 53 फीसदी मौत उन मरीजों की हुई है जिनकी आयु 60 वर्ष या उससे अधिक है।
- आज की तिथि के अनुसार देश में कोविड-19 के 8,38,729 उपचाराधीन मरीज हैं, इनकी संख्या लगातार पांचवें दिन नौ लाख से नीचे बनी हुई है।