दिल्ली: कोरोना के केस 1 लाख के पार, केजरीवाल बोले- घबराने की जरूरत नहीं, सुधर रहे हालात
दिल्ली: कोरोना के केस 1 लाख के पार, केजरीवाल बोले- घबराने की जरूरत नहीं, सुधर रहे हालात
- दिल्ली में कोरोना संक्रमण के केस 1 लाख के पार
- संक्रमण मुक्त हो चुके मरीजों से प्लाज्मा डोनेट करने की अपील
- सीएम केजरीवाल बोले- 72 हजार लोग हो चुके हैं ठीक
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले एक लाख के पार पहुंच गए हैं। सोमवार को मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कहा, किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है, हालात सुधर रहे हैं। लगभग 72 हजार लोग ठीक हो चुके हैं। इस समय टेस्ट और बेड की कोई समस्या नहीं है। हर दिन 20 से 24 हजार टेस्ट हो रहे हैं। अब 100 लोगों में सिर्फ 11 मरीज हैं। प्लाज्मा थेरेपी से मौतों पर नियंत्रण पाने में काफी मदद मिली है।
#COVID19 cases have crossed 1 lakh mark in Delhi but there is no need to panic as around 72,000 people have also recovered: Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal pic.twitter.com/0o7tuAYzYW
— ANI (@ANI) July 6, 2020
केजरीवाल ने कहा, 25 हजार ऐक्टिव कोरोना मरीजों में से 15 हजार मरीजों का इलाज घर पर किया जा रहा है। मृत्यु दर में भी कमी आई है। हमने देश का पहला कोरोना प्लाज्मा बैंक भी शुरू किया है। प्लाज्मा थेरेपी रोगियों को ठीक करने में काफी मदद कर रही है। केजरीवाल ने कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुके मरीजों से प्लाज्मा डोनेट करने की भी अपील की है। उन्होंने कहा, प्लाज्मा की डिमांड बहुत अधिक और इसकी सप्लाई काफी कम है। यदि स्थिति ऐसी ही रही तो जल्दी ही प्लाज्मा बैंक में मौजूद सारा प्लाज्मा खत्म हो जाएगा।
Out of 25,000 active patients, 15,000 are being treated at home. Death rate has also come down. We"ve also started the country"s first corona plasma bank. Our trials have shown that plasma therapy can help moderate patients improve significantly: Delhi CM Arvind Kejriwal #COVID19 pic.twitter.com/2PhcSeXBO7
— ANI (@ANI) July 6, 2020
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, एक महीना पहले तक दिल्ली में किए जा रहे प्रत्येक 100 कोरोना टेस्ट में से 35 व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे थे। आज की स्थिति में 100 टेस्ट पर केवल 11 व्यक्ति ही पॉजिटिव निकल रहे हैं। यानी आज स्थिति इतनी भयंकर नजर नहीं आ रही जितनी पहले थी।
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने कहा, लगातार आईसीयू बेड बढ़ाने पर बल देने के परिणाम स्वरूप, एलएनजेपी में लॉकडाउन के शुरूआत में आईसीयू बेड की संख्या 60 थी। जो अब बढ़कर 180 हो गई है। इसी तरह, राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में आईसीयू बेड की संख्या 45 से बढ़कर 120 हो गई है और गुरु तेग बहादुर अस्पताल में बेड की संख्या 31 से बढ़कर 66 हो गई है। आईसीयू बेड की संख्या में वृद्धि के साथ ही गंभीर मरीजों की देखभाल करने की क्षमता में वृद्धि के कारण दिल्ली में मृत्यु दर में और कमी आने की उम्मीद है। पिछले कुछ हफ्तों में कोविड-19 के कारण प्रतिदिन मौतों की संख्या में गिरावट आई है। 4 जुलाई को यह 120 से घटकर 55 प्रतिदिन हो गई हैं।
दिल्ली में मरीजों का रिकवरी रेट 72 प्रतिशत के पार
बता दें कि, दिल्ली में अब तक कोरोना के करीब एक लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से अब तक 72 हजार मरीज ठीक हुए हैं। दिल्ली में मरीजों का रिकवरी रेट 72 प्रतिशत को पार कर गया है। वहीं अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या 6200 से घटकर अब 5100 हो गई है। हालांकि अभी भी दिल्ली में कोरोना से प्रतिदिन 60 से 65 व्यक्तियों की मौत हो रही है। वर्तमान में 9,900 कोविड बेड खाली हैं, जो कोविड अस्पतालों में बनाये गए कुल बेड का 65 प्रतिशत है। दरअसल दिल्ली में अधिकांश रोगियों का उपचार होम आइसोलेशन में किया जा रहा है। अभी 15,564 कोरोना रोगी होम आइसोलेशन में है।