टिप्पणी: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर कसा तंज, कहा- लॉकडाउन मृत्युदंड जैसा
टिप्पणी: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर कसा तंज, कहा- लॉकडाउन मृत्युदंड जैसा
- कांग्रेस नेता राहुल गांधी का मोदी सरकार पर तंज
- देश में लागू लॉकडाउन मृत्युदंड जैसा साबित हुआ
- मोदी सरकार ने बिना तैयारी के लागू किया लॉकडाउन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केन्द्र की मोदी सरकार पर तंज कसा है। राहुल ने कोरोनावायरस लॉकडाउन को लेकर ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया है। राहुल ने कहा कि मोदी सरकार ने बिना तैयारी के लॉकडाउन लगाकर भारत की अर्थव्यवस्था को धक्का पहुंचाया है। लॉकडाउन देश के असंगठित वर्ग के लिए मृत्युदंड साबित हुआ है। लॉकडाउन देश के युवाओं के भविष्य , गरीबों और असंगठित अर्थव्यवस्था पर आक्रमण था। अर्थव्यवस्था पर अपने चौथे वीडियो में बुधवार को राहुल गांधी ने कहा, छोटे, सूक्ष्म और मझौले सेक्टर में काम करने वाले लोग रोज कमाने खाने वाले हैं। जब आपने बिना किसी तैयारी के लॉकडाउन की घोषणा की तो ये गरीबों पर हमला था।
अचानक किया गया लॉकडाउन असंगठित वर्ग के लिए मृत्युदंड जैसा साबित हुआ।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 9, 2020
वादा था 21 दिन में कोरोना ख़त्म करने का, लेकिन ख़त्म किए करोड़ों रोज़गार और छोटे उद्योग।
मोदी जी का जनविरोधी "डिज़ास्टर प्लान" जानने के लिए ये वीडियो देखें। pic.twitter.com/VWJQ3xAqmG
राहुल गांधी ने कहा कि लॉकडाउन से देश को कोई फायदा नहीं हुआ, क्योंकि कोरोनावायरस के मामले में भारत ब्राजील से ऊपर दूसरे पायदान पर पहुंच चुका है। प्रधानमंत्री ने कहा था कि ये लड़ाई 21 दिनों की है। उसी 21 दिनों ने भारतीय अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी, राहुल गांधी ने कहा।
कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार ने कांग्रेस के किसी भी सुझाव पर ध्यान नहीं दिया और जब वक्त आया लॉकडाउन खोलने का तो कांग्रेस ने सरकार को बार-बार कहा कि ऐसे वक्त में गरीबों की मदद करना बेहद जरूरी है। न्याय की तरह एक योजना की काफी दरकार थी जिसके तहत गरीबों के खाते में सीधे पैसे डालने की जरूरत थी। लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया।
कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे एक पत्र में सुझाव दिया था कि छोटे, सूक्ष्म और मझौले व्यापार को सहारा देने के लिए एक पैकेज की जरूरत है। पैसे के बिना ये उद्योग धंधे बंद हो जाएंगे। लेकिन सरकार ने कुछ नहीं कि या। इसके बदले सरकार ने 15-20 उद्योगपतियों के लाखों, करोड़ों रूपए टैक्स के माफ कर दिए, राहुल गांधी ने कहा।
लॉकडाउन कोरोना पर नहीं बल्कि गरीबों पर आक्रमण था। यह देश की युवा शक्ति, मजदूर, किसान और छोटे दुकानदारों और असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों पर आक्रमण था, राहुल गांधी ने आगे कहा। इससे पहले राहुल गांधी ने पिछले वीडियो में जीएसटी और नोटबंदी को लेकर सवाल उठाए थे और कहा था कि नोटबंदी से नुकसान ही नुकसान हुआ, कोई फायदा नहीं। काला धन भी वापस नहीं आया।