ग्रेटर नोएडा: कांवड़ियों के दो गुटों में खूनी संघर्ष, एक दर्जन लोग घायल
ग्रेटर नोएडा: कांवड़ियों के दो गुटों में खूनी संघर्ष, एक दर्जन लोग घायल
- करीब एक दर्जन लोग घायल हो गए।
- ग्रेटर नोएडा में कांवड़ियों के दो पक्षों में खूनी संघर्ष।
- दोनों ओर से जमकर लाठी डंडे चले और पथराव हुआ।
- पचायतन गांव में भंडारा करने और चंदा इकट्ठा करने को लेकर झड़प हुई ।
डिजिटल डेस्क, ग्रेटर नोएडा। उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में भंडारे को लेकर कांवड़ियों के दो पक्षों के बीच खूनी संघर्ष हो गया, जिसमें एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए। ग्रेटर नोएडा के पचायतन गांव में शिवरात्रि के दिन भंडारा करने और चंदा इकट्ठा करने के लिए दो गुटों में विवाद शुरू हुआ। जिसके बाद दोनों ओर से जमकर लाठी डंडे चले और पथराव भी हुआ। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मनमुटाव के चलते दो पक्षों के बीच विवाद
जानकारी के मुताबिक पचायतन गांव में पहले सभी लोग मिलकर एक टोली बनाकर कांवड़ लेने जाते थे। इस साल मनमुटाव के चलते कांवड़ लाने वालों का दो पक्ष बन गया एक पक्ष ब्रहम सिंह का और दूसरा पक्ष महेंद्र सिंह का। सोमवार को कांवड़ लेने के लिए निकलने से पहले एक पक्ष के लोग गांव के मंदिर में पूजा कर रहे थे और शिवरात्रि के दिन आयोजित होने वाले भंडारे के लिए चंदा इकट्ठा कर रहे थे। इसी दौरान दूसरे गुट के लोगों ने मारपीट शुरू कर दी।
एक पक्ष ने गोलियां भी चलाई
देखते ही देखते दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। दोनों पक्षों में पथराव और फायरिंग हुई। कांवड़ की जगह हाथों में रायफल, लाठी, तलवार लिए कुछ लोग दूसरे पक्ष को धमकाने लगे। दोनों गुट आपस में भिड़ गए। एक पक्ष ने गोलियां भी चलाईं। जिससे पूरे गांव में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। इस खूनी संघर्ष में एक दर्जन से अधिक लोग घायल भी हुए हैं।
भंडारा करने को लेकर हुई झड़प
पुलिस के मुताबिक दोनों पक्ष शिवरात्रि के दिन भंडारा करने को लेकर भिड़े थे। एक पक्ष ने भंडारा करने से मना कर दिया था और दूसरे ने भंडारा करने के लिए चंदा जुटाना शुरू कर दिया था। इसी दौरान दूसरे पक्ष के लोगों ने मारपीट शुरू कर दी थी।
दर्जनों पर मामला दर्ज
वहीं घटना की सूचना मिलते ही कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और हालात पर काबू पाया। घटना से पहले का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें लोग हथियार लहराते दिख रहे हैं। एसपी ग्रेटर नोएडा ने बताया मामले की जांच की जा रही है। दोनों पक्षों के दो दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।