केंद्र सरकार का फैसला: 30 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के 548 जिले बंद, 40 करोड़ से ज्यादा लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट
केंद्र सरकार का फैसला: 30 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के 548 जिले बंद, 40 करोड़ से ज्यादा लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट
- अब तक 9 लोगों की मौत
- हिमाचल और प. बंगाल में पहली मौत
- देश के 23 राज्यों में 471 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित
- पीएम मोदी ने मीडियाकर्मियों को सराहा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस का खतरा लगाता बढ़ता ही जा रहा है। अब 23 राज्यों में 471 लोगों के कोविड-19 से पीड़ित होने की पुष्टि हो चुकी है। वहीं 9 लोगों ने अपनी जान गवा दी है। ऐसे में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। इसके तहत अब 30 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 548 जिलों में सरकार ने लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई है। ऐसे हालात में 102.26 करोड़ से ज्यादा लोगों को अपने ही घर में कैद होकर रहना पड़ेगा। इससे करीब 40 करोड़ लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
हालांकि, तीन राज्य पूरी तरह से लॉकडाउन नहीं है, जिसमें उत्तर प्रदेश, ओड़िशा और मध्यप्रदेश शामिल है। वहीं, लक्षद्वीप में कुछ गतिविधियों के लिए लॉकडाउन की घोषणा की गई है। देश के इतिहास में ऐसा लॉकडाउन पहली बार किया गया है। लॉकडाउन में लोगों को घरों से निकलने की अनुमति नहीं होगी। अगर कोई बाहर निकलता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उसे गिरफ्तार भी किया जा सकता है। सोमवार सुबह ही प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर राज्य सरकारों से लॉकडाउन का पालन करवाने की अपील थी। हालांकि दवा, किराना या फिर बैंक-एटीएम से पैसा निकालने के लिए बाहर निकल सकते हैं।
30 राज्यों / केन्द्र शासित प्रदेशों ने #CoronavirusPandemic के प्रसार को रोकने के लिए पूरे राज्य / केंद्र शासित प्रदेश में पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की है जिसमें 548 जिलों को कवर किया गया है। 3 राज्य (उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा) ने कुछ क्षेत्रों को लॉकडाउन किया है। pic.twitter.com/SAwFhCluOo
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 23, 2020
पांच राज्यों में पहले ही लागू कर्फ्यू
लॉकडाउन के चलते दिल्ली, पंजाब, महाराष्ट्र, चंडीगढ़, पुडुचेरी में 31 मार्च तक कर्फ्यू लागू हो गया है। इन 5 के अलावा 24 राज्यों-यूटी में भी पूरी तरह से लॉकडाउन है। 3 राज्यों के 65 जिलों में भी लॉकडाउन है। इन सभी को मिलाकर देशभर के 30 राज्यों के 577 जिले लॉकडाउन हो चुके हैं। इन जिलों में देश की करीब 102.26 करोड़ यानी 75% आबादी रहती है।
लॉकडाउन में क्या-क्या बंद रहेगा?
दुकानें, बड़े स्टोर, शॉपिंग मॉल्स, फैक्ट्रियां, वर्कशॉप, ऑफिस, गोडाउन, मार्केट। 31 मार्च तक देश की सभी यात्री ट्रेनें भी नहीं चलेंगी। हालांकि, मालगाड़ी पर रोक नहीं है। राज्यों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सेवा भी बंद रहेंगी, लेकिन कुछ-कुछ राज्यों में 25% तक सरकारी बसें चलेंगी। इंटर-स्टेट बसों के चलने पर भी रोक। धार्मिक स्थल भी बंद रहेंगे। किसी तरह का सार्वजनिक कार्यक्रम भी नहीं होगा।
लॉकडाउन में किस-किसको छूट मिलेगी?
किराना स्टोर, मेडिकल स्टोर, अस्पताल, पुलिस थाने, फायर ब्रिगेड, जेल, जरूरी सरकारी दफ्तर खुलेंगे। मीडिया वालों को भी इससे छूट रहेगी। सब्जी- फल, किराना, दूध, दवाएं जैसी रोजमर्रा में काम आने वाली जरूरी चीजें इस लॉकडाउन के दायरे से बाहर रहेंगी।