CAA: पाकिस्तान से 25 दिन के वीजा पर भारत पहुंचे 50 हिंदू परिवार, बोले वापस नहीं जाना चाहते
CAA: पाकिस्तान से 25 दिन के वीजा पर भारत पहुंचे 50 हिंदू परिवार, बोले वापस नहीं जाना चाहते
- गृहमंत्री अमित शाह से मिलेंगे अकाली दल के नेता सिरसा
- नागरिकता मिलने की उम्मीद लेकर पाकिस्तान से भारत आए 50 हिंदू परिवार
- महिलाओं ने बताया- लड़कियां सड़क पर चल तक नहीं सकतीं
डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। नागरिकता संशोधन कानून लागू होने के बाद पहली बार पाकिस्तान से 50 हिंदू परिवार सोमवार को पंजाब के वाघा-अटारी बॉर्डर के रास्ते भारत पहुंचे। इन हिंदू परिवारों में महिलाएं, छोटे बच्चों के साथ कई युवा लड़कियां भी शामिल हैं। इन परिवारों को इस्लामाबाद स्थित भारतीय दूतावास से 25 दिन का वीजा मिला है। जानकारी मिली है कि ये परिवार वापस पाकिस्तान नहीं जाना चाहते हैं। सीएए लागू होने के बाद वे भारतीय नागरिकता मिलने की उम्मीद कर रहे हैं। पाकिस्तान से आने वाले हिंदू यात्रियों में से कुछ लोगों का कहना है कि वे पाकिस्तान में सुरक्षित महसूस नहीं करते। पाक से भारत आए लक्ष्मण दास ने कहा कि "हरिद्वार में पवित्र स्नान करने के बाद, मैं अपने भविष्य के बारे में सोचूंगा। हालांकि, मैं भारत में रहना चाहता हूं।"
Punjab: 50 Hindu families from Pakistan arrived in India today via Wagah-Attari border on a 25-day visa to visit Haridwar. Laxman Das, a Pakistani Hindu says, "after taking holy dip in Haridwar, I will think about my future. However, I want to stay in India." pic.twitter.com/l25wiuTBhT
— ANI (@ANI) February 3, 2020
अकाली दल के नेता और दिल्ली सिक्ख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा सीमा पर धार्मिक उत्पीड़न के कारण पाकिस्तान से भागने का दावा करने वाले चार परिवारों को लिवाने के लिए मौजूद थे। सीमा अधिकारियों ने दावा किया है कि पिछले महीनों की तुलना में पाकिस्तान से आने वाले हिंदुओं की संख्या में भारी इजाफा हुआ है।
भारत की नागरिकता मिलने की उम्मीद
सीमा पार कर भारत आने वाले अधिकांश यात्री सिंध और कराची क्षेत्र के थे। उनमें से कुछ लोग गृहस्थी का सामान लेकर भारत पहुंचे हैं। इन लोगों का कहना है कि वे भारत में ही आश्रय ढूंढेंगे। एक पाकिस्तानी हिंदू ने बताया कि नए नागरिकता कानून के लागू होने के बाद पाकिस्तान और अफगानिस्तान में रहने वाले हिंदू भारतीय नागरिकता मिलने की उम्मीद कर रहे हैं।
महिलाओं ने बताया- लड़कियां सड़क पर चल तक नहीं सकतीं
पाकिस्तान से लौटने वाले लोगों में से बिना अपना नाम बताए दो अन्य महिलाओं ने बताया कि पाकिस्तान में हिंदू लड़कियों का अपहरण अब रोज की बात हो गई है और किसी भी परिवार ने कट्टरपंथियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत की हिम्मत तक नहीं की। उन्होंने कहा कि हम पाकिस्तान में सुरक्षित महसूस नहीं करते। हमारी लड़कियों को हमेशा डर लगा रहता है कि कोई कट्टरपंथी उनका अपहरण कर लेगा और पुलिस कुछ नहीं करेगी। हमारी लड़कियां आजादी से पाकिस्तान की सड़कों पर चल तक नहीं सकती हैं।
गृहमंत्री अमित शाह से मिलेंगे सिरसा
मनजिंदर सिंह सिरसा ने ट्वीट कर कहा कि वह पाकिस्तान से भागे हुए चार परिवारों को लिवाने के लिए सीमा पर गए थे। सिरसा ने कहा कि वह मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलेंगे और उनसे इन लोगों को भारतीय नागरिकता देने का अनुरोध करेंगे।