कुंथनकुलम अभयारण्य में प्रवासी पक्षियों के आगमन में गिरावट से पक्षीप्रेमी चिंतित
तमिलनाडु कुंथनकुलम अभयारण्य में प्रवासी पक्षियों के आगमन में गिरावट से पक्षीप्रेमी चिंतित
- जलाशयों का जल्दी सूखना अच्छा संकेत नहीं
डिजिटल डेस्क, चेन्नई। तमिलनाडु के तिरुनेलवेली जिले के नंगुनेरी तालुक में कुंथनकुलम पक्षी अभयारण्य में प्रवासी पक्षियों के आगमन में गिरावट से पक्षी प्रेमी चिंतित हैं।
अभयारण्य का दौरा करने वाले कोयम्बटूर के उत्सुक पक्षी निरीक्षक और फोटोग्राफर आर. सरवनन ने कहा कि अभ्यारण्य में आने वाले प्रवासी पक्षियों की संख्या में बड़ी संख्या में कमी आई है। उन्होंने कहा कि कुंथनकुलम में हर साल लगभग 40-50,000 प्रवासी पक्षी आते हैं लेकिन इस सीजन में 10,000 से अधिक पक्षी नहीं देखे जा सकते हैं।
एक अन्य पक्षी प्रेमी और स्थानीय निवासी पीआर सुब्रमण्यम ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, कुंथनकुलम पक्षी अभयारण्य और उसके आसपास जल निकायों का जल्दी सूखना यहां आने वाले पक्षियों की संख्या में गिरावट का कारण लगता है। उन्होंने कहा कि पेलिकन, पेंटेड स्टॉर्क, आइबिस और इग्रेट जैसे पक्षी प्रजनन के लिए अभयारण्य में अपना घोंसला बनाते हैं और आसपास के जलाशयों का जल्दी सूखना अच्छा संकेत नहीं है।
हालांकि, तमिलनाडु जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने आईएएनएस को बताया कि मंगलवार को मणिमुथर नदी से पानी छोड़ा गया था और इससे अभयारण्य के पास जलस्रोत भर जाएंगे और इससे आने वाले दिनों में बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षी आएंगे। जल संसाधन विभाग ने सीजन के दौरान बारिश की कमी के कारण पानी के सूखने को जिम्मेदार ठहराया है।
आईएएनएस
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