तवांग में भारतीय सेना से बुरी तरह पिटे चीनी सैनिक, शर्मनाक हार छुपाने के लिए चीन ने फिर लिया झूठ का सहारा, जानिए सरहद पर हुई झड़प का चीनी वर्जन

चीन का झूठ तवांग में भारतीय सेना से बुरी तरह पिटे चीनी सैनिक, शर्मनाक हार छुपाने के लिए चीन ने फिर लिया झूठ का सहारा, जानिए सरहद पर हुई झड़प का चीनी वर्जन

Bhaskar Hindi
Update: 2022-12-14 11:11 GMT
हाईलाइट
  • चीन इस मामले में अपने देश के नागरिकों को झूठ के सहारे गुमराह करने की कोशश कर रहा है।

डिजिटल डेस्ट नई दिल्ली। अरूणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में 9दिसंबर को भारत और चीनी सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। भारतीय सैनिकों ने ऐसा जवाब दिया कि चीनी सेना के करीब 300 सैनिक भाग खड़े हुए। चीनी सैनिक तवांग के यांगत्से में भारतीय पोस्ट को हटाने के लिए पहुंचे थे लेकिन शायद उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि भारतीय सेना उन्हें भागने पर मजबूर कर देगी। 

लेकिन हमेशा झूठ बोलने वाले चीन से किसी भी मामले में अपनी गलती को स्वीकार नहीं करता है। चीन पर हमेशा से ही सच्चाई छिपाने के आरोप लगते रहे हैं चाहे वह कोरोना हो, या गलवान हिंसा का मामला। इसके साथ ही चीन अपने नागरिकों पर भी दमनकारी शासन चलाता है इसके आरोप चीनी नागरिक भी लगाते रहे हैं। कोरोना काल में दुनिया ने देखा कि किस तरह से चीन के नागरिकों को सच बोलना भी कठिन हो गया था। इस सब सवालों के जवाब देने में चीन हमेशा से झूठ बोलता रहा है और अब फिर अरूणाचल प्रदेश के तवांग में 9 दिसंबर को हुई झड़प पर भी चीन झूठ का सहारा ले रहा है। 

चीन इस मामले में अपने देश के नागरिकों को झूठ के सहारे गुमराह करने की कोशश कर रहा है। तवांग में हुई चीनी सैनिकों की पिटाई को चीन दुनिया के सामने अलग तरीके से पेश करने की कोशश कर रहा था लेकिन भारतीय सेना ने तवांग की सच्चाई सबसे सामने रखकर चीनी सरकार की पोल खोल कर रख दी है। 

चीन ने पेश किया नया झूठ 
अरूणाचल के तवांग में हुई झड़प को लेकर चीन ने भारत को ही जिम्मेदार बताया है। चीनी सेना के वेस्टर्न थिएटर कमांड के प्रवक्ता कर्नल लोगं शाओहुआ ने कहा कि हमारे सैनिक अपने क्षेत्र एलएसी पर गस्ती कर रहे थे तभी भारतीय सैनिकों ने एलएसी पार करके चीनी सैनिकों को अवैध तरीके से रोका। इसके बाद चीनी सैनिकों ने स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए एक पेशेवर सेना की तरह जवाब दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दोनों देशों के सैनिक अब अपने-अपने इलाके में हैं।   

कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने चीनी सेना के प्रवक्ता के हवाले से भारतीय सेना पर सवाल उठाते हुए लिखा कि सीमा पर शांति के लिए भारत अपने सैनिकों को नियंत्रण में रखे। बता दें इससे पहले चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वागं वेनिबिन ने कहा था कि अभी हालात नियंत्रण में है और उन्होंने भारत से किया है कि दोनों देशों के बीच जो समझौते हैं उनका पालन करे। 

9 दिसंबर को क्या हुआ

अरूणाचल के तवांग सेक्टर में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच 9 दिसंबर को झड़प हुई थी। 300 चीनी सैनिक यांगत्से इलाके में सोची समझी साजिश के तहत भारतीय पोस्ट को हटाने के लिए कटीली लाठी, डंडे और हथियार लेकर पहुंचे थे लेकिन भारतीय सैनिकों ने तुंरत ही मोर्चा संभाल लिया और चीनी सैनिकों से भिड़ गए। भारतीय सेना के जवानों को भारी पड़ता देख चीनी सैनिक ने चुपचाप पीछे हटना उचित समझा और वहां से निकल लिए। दोनों सेनाओं के बीच हुई झड़प में भारतीय सेना के 6 जवान घायल हुए हैं। चीन की तरफ से कोई भी आंकड़ा जारी नहीं किया गया है लेकिन बताया जा रहा है कि पीएलए के जवान भारी संख्या में जख्मी हुए हैं।  

चीन आंतरिक विरोध का कर रहा सामना 
चीन विवादित जीरो कोविड पॉलिसी के खिलाफ हो रहे आंतरिक विरोध का सामना कर रहा है। इसके लिए चीन लगातार इसे दबाने की कोशिश कर रहा है। चीन चाहता है कि उसका झूठ दुनिया के सामने बेनकाब न हो। अब तवांग में हुई झड़प को लेकर भी वह झूठ बोल कर जनता को गुमराह करने की कोशश कर रहा है। लेकिन भारतीय सेना ने उसकी सच्चाई सामने लाकर पोल खोल दी है। 

 

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