आयुष्मान कार्ड धारक की राजीव गांधी ट्रस्ट के अस्पताल में मौत, मोदी ने साधा कांग्रेस पर निशाना

आयुष्मान कार्ड धारक की राजीव गांधी ट्रस्ट के अस्पताल में मौत, मोदी ने साधा कांग्रेस पर निशाना

Bhaskar Hindi
Update: 2019-05-05 15:29 GMT
आयुष्मान कार्ड धारक की राजीव गांधी ट्रस्ट के अस्पताल में मौत, मोदी ने साधा कांग्रेस पर निशाना

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेठी के संजय गांधी अस्पताल में एक मरीज का डॉक्टरों ने इसलिए इलाज नहीं किया क्योंकि उसके पास आयुष्मान भारत का कार्ड था। इलाज न मिलने के कारण उस मरीज की मौत हो गई है। इस चौंकाने वाले मामले का वीडियो केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने ट्विटर पर शेयर किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी इस घटना के सामने आने के बाद कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है।

पीएम मोदी ने कहा, "अमेठी में एक अस्पताल है। इस अस्पताल के ट्रस्टी नामदार परिवार के सदस्य है। कुछ दिन पहले इस अस्पताल में मौत से लड़ाई लड़ रहा एक गरीब आयुष्मान कार्ड लेकर अपना इलाज कराने गया तो उस गरीब को कहा गया कि ये मोदी का अस्पताल नहीं, जहां आयुष्मान कार्ड चल जाए।" उन्होंने कहा, "दु:ख की बात तो ये है कि इलाज से इनकार करने पर अमेठी का वो गरीब आज इस दुनिया में नहीं है। उस गरीब की मृत्यु के गुनहगारों को सजा मिलनी चाहिए। गरीब की भलाई में भी कांग्रेस पहले अपनी राजनीति देखती है। ये हाल सिर्फ अमेठी के अस्पताल का ही नहीं है। राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जहां कांग्रेस की सरकार है वहां गरीबों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है।"

 

 

इससे पहले केंद्रीय कपड़ा मंत्री और अमेठी से बीजेपी की प्रत्याशी स्मृति ईरानी ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया था। वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, "आज मैं निशब्द हूँ - कोई इतना गिर सकता है यह कभी नहीं सोचा था। एक ग़रीब को सिर्फ़ इसलिए मरने दिया क्यूंकि उसके पास मोदी का आयुष्मान कार्ड था पर अस्पताल राहुल गांधी का था।" इस वीडियो में स्मृति ईरानी को जान गवाने वाले मरीज का भतीजा बता रहा है कि कैसे डॉक्टरों ने उसके चाचा को आयुष्मान भारत कार्ड होने के बावजूद इलाज देने से मना कर दिया। भतीजे ने स्मृति को बताया कि सिद्दार्थ नाम के एक डॉक्टर ने उन्हें कहा कि "ये योगी मोदी की सरकार है और ये अस्पताल राहुल गांधी का है।"

 

 

अस्पताल के डायरेक्टर एसएम चौधरी इन आरोपों का गलत बताया है। चौधरी ने कहा कि जिस व्यक्ति का वीडियो शेयर किया गया है, वह मरीज का परिजन है और उसने आयुष्मान कार्ड हाथ में लिया हुआ है। उन्होंने कहा, "जिस मरीज का जिक्र किया जा रहा था, वह अपने साथ आयुष्मान भारत योजना का कार्ड लाया ही नहीं था। इस योजना के तहत बिना कार्ड के किसी को भर्ती नहीं किया जा सकता।"

 

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