अलीगढ़ : कचौरी वाले को टैक्स विभाग का नोटिस, 60 लाख से ज्यादा की सालाना आय
अलीगढ़ : कचौरी वाले को टैक्स विभाग का नोटिस, 60 लाख से ज्यादा की सालाना आय
- अलीगढ़ में कमर्शियल टैक्स विभाग ने एक कचौरी विक्रेता को नोटिस जारी किया है
- कचौरी विक्रेता मुकेश 12 साल से दुकान चला रहे हैं
- विभाग ने कचौरी विक्रेता का सालाना टर्नओवर 60 लाख रुपए के करीब आंका है
डिजिटल डेस्क, अलीगढ़। अलीगढ़ में कमर्शियल टैक्स विभाग ने एक कचौरी विक्रेता को जीएसटी के तहत अपने व्यवसाय को पंजीकृत नहीं करने के लिए नोटिस जारी किया है। विभाग ने कचौरी विक्रेता का सालाना टर्नओवर 60 लाख रुपए से 1 करोड़ रुपए के बीच आंका है। मुकेश 12 साल से दुकान चला रहे हैं, लेकिन अब तक ना तो उन्होंने कभी टैक्स भरा है ना ही जीएसटी के तहत रजिस्ट्रेशन कराया है।
इस कचौरी आउटलेट को मुकेश नाम के एक शख्स चलाते हैं। किसी ने मुकेश की शिकायत कमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट में कर दी थी। इस शिकायत के बाद से विभाग कचौरी आउटलेट पर नजर रख रहा था। मंगलवार को टैक्स डिपार्टमेंट ने आउटलेट पर छापा मारा और आरोप लगाया कि मुकेश का सालाना टर्नओवर 60 लाख रुपए से ज्यादा है। जीएसटी अधिनियम के तहत, किसी व्यवसाय को जीएसटी के साथ पंजीकृत होना पड़ता है यदि उसका सालाना टर्नओवर 40 लाख रुपये से ज्यादा हो।
अलीगढ़ के कमर्शियल टैक्स ऑफिसर एके माहेश्वरी ने कहा, "सालाना टर्नओवर के आधार पर यह पाया गया है कि दुकान के मालिक न तो टैक्स का भुगतान करते हैं और न ही उन्होंने जीएसटी अधिनियम के तहत अपना व्यवसाय पंजीकृत किया है। जांच करने पर पता चला कि उनकी आय 60 लाख से अधिक है।" मामले की जांच कर रहे स्टेट इंटेलिजेंस ब्यूरो (एसआईबी) के एक सदस्य ने कहा: "मुकेश ने आसानी से अपनी आय को स्वीकार कर लिया और हमें कच्चे माल, तेल, एलपीजी सिलेंडर आदि पर अपने खर्च का सारा विवरण दिया।"
हालांकि मुकेश ने इन आरोपों से साफ तौर पर इनकार कर दिया है। मुकेश ने कहा "मुझे इस सब की जानकारी नहीं है। मैं पिछले 12 वर्षों से अपनी दुकान चला रहा हूं और मुझे किसी ने कभी नहीं बताया कि इन औपचारिकताओं की आवश्यकता है। हम साधारण लोग हैं, जो जीवित रहने के लिए "कचौरी" और "समोसा" बेचते हैं।"
उन्होंने कहा "मेरी दुकान पर 20 जून को छापा मारा गया था। मेरी दैनिक बिक्री लगभग 2,000-3,000 रुपये हैं। मोदी जी ने कहा था कि 40 लाख रुपये से अधिक के टर्नओवर में जीएसटी पंजीकरण आवश्यक है, मेरी आय इससे आधी भी नहीं है। ये लोग अब मुझे धमका रहे हैं।"