‘खालिस्तान के लिए रेफरेंडम-2020 की मांग के पीछे है ISI का हाथ’
‘खालिस्तान के लिए रेफरेंडम-2020 की मांग के पीछे है ISI का हाथ’
- अकाली दल के नेता बोले- खालिस्तान समर्थित आंदोलन के पीछे ISI का हाथ।
- एमएस बिट्टा ने कहा है- खालिस्तान न कभी बना था
- न बनेगा।
- ब्रिटेन में कुछ सिख समुदाय के लोगों ने भारत से अलग खालिस्तान की मांग के लिए किया प्रदर्शन।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पूर्व पीएम इंद्र कुमार गुजराल के बेटे और शिरोमणी अकाली दल के नेता नरेश गुजराल ने भारत से पृथक खालिस्तान की मांग के लिए ब्रिटेन में चल रहे सिख समुदाय के प्रदर्शन पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस प्रदर्शन के पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI का हाथ बताया है। गुजराल ने कहा है, "यह पंजाब को अस्थिर करने की एक कोशिश है। यह पूरा प्रदर्शन ISI स्पॉन्सर है। पाकिस्तान और ISI बड़े लंबे समय से पंजाब में समस्या खड़ी करने की कोशिश करते रहे हैं। वे कश्मीर में फेल हो गए हैं, इसलिए अब पंजाब उनके निशाने पर है।"
It"s an attempt by ISI to foment trouble in Punjab. It is financed by ISI. PakISI have been trying hard for a long time to create problems in Punjab. They failed in Kashmirwant to move the stage to Punjab: N Gujral, Shiromani Akali Dal on Referendum 2020 (pro Khalistan groups) pic.twitter.com/XklnRjmehN
— ANI (@ANI) August 12, 2018
गुजराल ने यह भी कहा कि सिख समुदाय के महज कुछ ही लोगों ने ही इस तरह के प्रदर्शन में भाग लिया है। उन्होंने कहा, "ब्रिटेन में खालिस्तान के समर्थन में जो कुछ हुआ उसका भारतीय सिखों से कोई लेना-देना नहीं। भारतीय सिख अपने देश के प्रति वफादार है और यहां के सिखों को खालिस्तान के लिए आंदोलन चलाने वालों से कोई हमदर्दी नहीं है।" गुजराल ने यह भी कहा कि अन्य समुदाय के मुकाबले सिख समुदाय ने अपने देश के लिए सबसे ज्यादा त्याग और कुर्बानियां दी है।
Very miniscule Sikh population settled abroad is participating in this. No Sikh in India has sympathy for this as Sikhs are loyal Indians. They"ve made more sacrifices for India than any other community: Naresh Gujral, Shiromani Akali Dal on Referendum 2020 (pro Khalistan groups) pic.twitter.com/NefivUYq5R
— ANI (@ANI) August 12, 2018
गौरतलब है कि रविवार (12 अगस्त) को लंदन में कुछ सिख समुदाय के लोगों ने भारत से अलग खालिस्तान की मांग के लिए प्रदर्शन किया था। पिछले 6 महीने से कुछ अलगाववादी, भारत के सिख समुदाय के लिए अलग से खालिस्तान बनाए जाने की मांग के लिए रेफरेंडम 2020 का अभियान चला रहे हैं। इस साल ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी पर भी स्वर्ण मंदिर में खालिस्तान समर्थित नारे लगाए गए थे।
खालिस्तान के समर्थन में पिछले कुछ समय से उठ रही आवाजों पर ऑल इंडिया एंटी टेररिस्ट फ्रंट के चेयरमैन एमएस बिट्टा ने कहा है कि खालिस्तान न कभी बना था, न बनेगा। उन्होंने कहा, "देश एक है। पंजाब हमेशा से भारत का एक अभिन्न हिस्सा रहा है और आगे भी रहेगा। ISI इन सब के पीछे है। यह खुलासा भी हो चुका है। भारत के लोग ISI की इस साजिश को कामयाब नहीं होने देंगे।"
Khalistan na kabhi bana tha, na banega, na banne denge. The nation is one. Punjab was always a part of Indiawill continue to be. ISI is behind this it has been exposed. People of India won"t let them succeed: MS Bitta, All-India Anti-Terrorist Front Chairman on Referendum 2020 pic.twitter.com/XfjJ3pEOKO
— ANI (@ANI) August 12, 2018