गीर सोमनाथ तट पर तेज हवाओं और लहरों के बीच लापता हुए 8 मछुआरे, डूब गए मछली पकड़ने वाली नौकाएं
गुजरात गीर सोमनाथ तट पर तेज हवाओं और लहरों के बीच लापता हुए 8 मछुआरे, डूब गए मछली पकड़ने वाली नौकाएं
- इलाके में तलाशी एवं बचाव अभियान शुरू
डिजिटल डेस्क, गांधीनगर। भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) को गुरुवार को गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के गिर-सोमनाथ तट पर तेज हवाओं और समुद्र के तेज लहरों के कारण मछली पकड़ने वाली नौकाओं के डूबने के कारण मछुआरे लापता हो गये। कम से कम 8 से 10 मछुआरे लापता बताए जा रहे हैं। तटरक्षक बल ने तुरंत इलाके में तलाशी एवं बचाव अभियान शुरू कर दिया है।
भारतीय तटरक्षक बल को गुरुवार को खराब मौसम के कारण ऊना हार्बर-मुंह के नवादरा में मछली पकड़ने वाली नौकाओं के डूबने की सूचना मिली। रक्षा सूत्रों के अनुसार, आईसीजी ने तुरंत आईबी और हेलीकॉप्टर भेजकर इलाके में तलाशी एवं बचाव अभियान शुरू किया है। इसमें शामिल नौकाओं में गौरी नंदन, धन्वंतरी, शिव प्रिया, हरि प्रसाद और अल फैजान शामिल हैं। भारतीय नौसेना का एक विमान भी सक्रिय है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को एक बुलेटिन जारी कर मछुआरों को समुद्र में ना जाने की चेतावनी दी है। यह चेतावनी अगले चार दिनों के लिए जारी की गई है। दक्षिण गुजरात तट के लिए मछुआरों की चेतावनी (मुलद्वारका, वेरावल, दीव, जाफराबाद, पिपावाव, विक्टर, भावनगर, अलंग, भरूच, दहेज, मगदल्ला, दमन) 1 दिसंबर, 2021 को दक्षिण गुजरात तट और उससे सटे उत्तर पूर्व अरब सागर से 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवा की गति 45-55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है।
गुजरात के तट पर दीव से ओखा और मांडवी से जखाऊ तक 3 दिसंबर तक 1.5 से 3.2 मीटर की ऊंची लहरें उठने का अनुमान है। सूत्रों से पता चला है कि पांच मछुआरे अपनी जान बचाने में कामयाब रहे और चोटों के कारण उन्हें चिकित्सा देखभाल सुविधा में ले जाया गया है।
(आईएएनएस)