कश्मीर: पाक प्रायोजित नार्को-टेरर मॉड्यूल का भंडाफोड़, 100 करोड़ की हेरोइन और 1.34 करोड़ कैश के साथ आतंकियों के 3 मददगार गिरफ्तार
कश्मीर: पाक प्रायोजित नार्को-टेरर मॉड्यूल का भंडाफोड़, 100 करोड़ की हेरोइन और 1.34 करोड़ कैश के साथ आतंकियों के 3 मददगार गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, हंदवाड़ा। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गुरुवार को उत्तरी कश्मीर के हंदवाड़ा में पाकिस्तान प्रायोजित नार्को-टेरर मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है और लश्कर-ए-तैयबा (LET) के 3 आतंकी मददगारों को गिरफ्तार किया गया है। आतंकी गतिविधि से जुड़े नशे का धंधा करने वाले तीनों की पहचान अब्दुल मोमीन पीर, इस्लाम उल हक पीर और सैयद इफ्तिखार इंद्राबी के रूप में की गई है। कार्रवाई का विवरण देते हुए हंदवाड़ा के पुलिस अधीक्षक जीवी संदीप ने कहा कि उनके पास से 1.34 करोड़ रुपए नकद और 21 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई है, बाजार में जिसकी कीमत 100 करोड़ रुपए है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के अनुसार पकड़े गए लोगों के नाम अब्दुल मोमिन पीर, इस्लाम उल हक पीर और सईद इफ्तिकार इंद्राबी हैं। ये लोग पाकिस्तान से आतंकी गतिविधियां चलाने वाले रैकेट के संपर्क में थे और ड्रग का कारोबार कर रहे थे। इस मॉड्यूल के जरिए लश्कर के आतंकियों की आर्थिक मदद की जा रही थी। पुलिस ने बताया कि बरामद चीजों से ड्रग डीलरों और आतंकवादियों के बीच का संबंध उजागर हुआ है।
ड्रग के साथ बड़े हवाला रैकेट की भी जानकारी मिली
उन्होंने कहा कि पुलिस को इस रैकेट के बारे में पिछले दो सप्ताह से इनपुट मिल रहे थे और तकनीकी जानकारी के आधार पर तीनों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि यह एक बहुत बड़ा हवाला रैकेट है। हंदवाड़ा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है और आगे की जांच जारी है। आतंकवादी संगठनों, कट्टरपंथी, तस्करों और अन्य राष्ट्र-विरोधी तत्वों के साथ संदिग्धों के संबंधों का गहराई से पता लगाने के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया गया है।
पंजाब में लश्कर-ए-तैयबा के 2 आतंकी हथियार सहित गिरफ्तार
पंजाब पुलिस ने गुरुवार को जम्मू एवं कश्मीर आधारित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के दो गुर्गों की गिरफ्तारी के साथ कश्मीर घाटी में हथियारों की तस्करी के एक बड़े प्रयास को विफल कर दिया। संदिग्ध आतंकवादियों से दो मैगजीन और 60 जिंदा कारतूस के साथ एक एके-47 राइफल और दस हैंड ग्रेनेड भी जब्त किए गए हैं। इनकी पहचान 26 साल के आमिर हुसैन वानी और 27 वर्षीय वसीम हसन वानी के रूप में हुई। पंजाब से घाटी तक स्वचालित (ऑटोमेटिक) हथियारों और हथगोले को पहुंचाने के काम में सक्रिय इन दोनों आतंकियों को पठानकोट पुलिस ने पकड़ा है। ये आतंकी अमृतसर-जम्मू राजमार्ग पर एक ट्रक से जा रहे थे, जिसे पुलिस ने रोक लिया।
Ten hand grenades, along with one AK-47 rifle with 2 magazines and 60 live cartridges were seized from them, they have been identified as Aamir Hussain Wani and Wasim Hassan Wani: Punjab Police pic.twitter.com/FRKTbmornT
— ANI (@ANI) June 11, 2020
पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने कहा कि ट्रक की तलाशी से हथियारों और गोला-बारूद की बरामदगी हुई और आरोपियों ने प्रारंभिक जांच के दौरान यह खुलासा किया कि उन्हें पंजाब से इस हथियार की खेप को इश्फाक अहमद डार उर्फ बशीर अहमद खान ने इकट्ठा करने के लिए निर्देशित किया था, जो कि एक पूर्व कांस्टेबल है। वर्तमान में घाटी में लश्कर का एक सक्रिय आतंकवादी, डार 2017 में फरार हो गया था।
अमृतसर की सब्जीमंडी के पास से जुटाई थी हथियार की खेप
गिरफ्त में आए आतंकियों ने आगे कहा कि उन्होंने आज (गुरुवार) सुबह अमृतसर की सब्जी मंडी के पास मकबूलपुरा-वल्लाह मार्ग पर पहले से ही निर्धारित किए गए स्थान पर दो अज्ञात व्यक्तियों से ये खेप एकत्र की थी। इसके बाद उन्होंने ट्रक में हथियारों की इस खेप को छुपाया, जिसे वे अमृतसर मंडी से सब्जियां और फल लादने के उद्देश्य से लाए थे। आमिर हुसैन वानी ने खुलासा किया है कि ट्रक में पंजाब की अपनी पिछली यात्राओं में उसने अपने हैंडलर्स- इश्फाक अहमद डार और रमीज राजा के कहने पर हवाला के 20 लाख रुपये से अधिक की रकम इकट्ठा की थी।
दो आतंकियों को पंजाब से घांटी में प्रवेश कराया था
उन्होंने यह भी कहा कि अमृतसर की पिछली यात्राओं के दौरान, उन्होंने हिजबुल मुजाहिदीन और लश्कर के एक-एक आतंकियों को पंजाब से घाटी में प्रवेश कराया था। हालांकि ये दोनों आतंकी अब मर चुके हैं। उनकी पहचान आमिर ने हिजबुल मुजाहिदीन के सद्दाम अहमद पद्दार और लश्कर के जसीम अहमद शाह के रूप में की है। गुप्ता ने कहा कि यह गिरफ्तारी हालिया खुफिया सूचनाओं के बाद हुई है, जिसमें यह संकेत मिला था कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए सीमा पार से घुसपैठ करने के साथ ही हथियारों की खेप को कश्मीर घाटी में पहुंचाने की फिराक में है।