हाथरस हादसा: सत्संग में गई नगीना देवी ने बताया हादसे के दौरान क्या हुआ था हाल, रोते रोते बताई बाबा और प्रशासन से कहां हुई गलती?

  • सत्संग में गई नगीना देवी ने बताया बाबा और प्रशासन की गलती
  • बाबा को पीड़ितों के परिवार से मिलना चाहिए
  • राहुल गांधी ने की पीड़ितों के परिवार से मुलाकात

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-05 08:06 GMT

डिजिटल डेस्क, हाथरस। हाथरस में स्थित पुलरई गांव में मंगलवार को सतसंग का आयोजन किया गया था। जिसमें लाखों लोगों की भीड़ पहुंची थी। सत्संग के दौरान ही भगदड़ मच गई जिसमें 121 लोगों ने अपनी जान गवा दी। जिसमें जानकारी के मुताबिक ऐसा माना जा रहा है की मरने वालों में महिलाओं की संख्या ज्यादा थी। हाथरस में प्रवचन सुनाने वाले भोले बाबा के सत्संग में नगीना देवी अपनी दो दोस्त आशा देवी और मुन्नी देवी के साथ गई थी। लेकिन भारी भगदड़ में फंसकर आशा देवी और मुन्नी देवी की मौत हो गई। एक निजी न्यूज चैनल से बताते हुए नगीना देवी ने अपना गुस्सा जताया। जिसमें उन्होंने बाबा और कमेटी वालों को दोषी ठहराया।

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      नगीना देवी ने किसको बताया दोषी?

      नगीना देवी ने न्यूज चैनल में बातचीत करते हुए कहा कि बाबा के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने दो लोगों को दोषी ठहराया है। जिसमें से एक बाबा को और दूसरा कमेटी वालों को बताया है। नगीना देवी का कहना है कि हादसे का पहला दोषी बाबा है। बाबा ने सत्संग करवाया तो देखने नहीं आए, दूसरे नंबर पर दोषी कमेटी वाले हैं। उन्होंने कोई बैरियर नहीं लगाया था। साथ ही उन्होंने बताया कि वो सत्संग में नहीं जाती हैं। अपने घर पर पूजा-पाठ और भजन कीर्तन कर लेती हैं। उन्होंने बताया कि वह मेले के चलते सत्संग में गई थी। जब नगीना देवी से पूछा गया कि क्या उन्हें भी चक्र बाबा के हाथ में चक्र दिखता है? जैसा की लोगों का मानना है। इसपर उन्होंने सीधा इनकार करते हुए कहा की नहीं मेरे को कोई चक्र नहीं दिखता है। मुझे कोई शक्ति नहीं दिखी।

      बाबा को ढूंढकर लाना चाहिए!

      जिन लोगों की इस भगदड़ में मौत हो गई है क्या उनसे बाबा मिलने आएंगे? इस पर नगीना देवी ने जवाब दिया कि मुझे नहीं लगता है कि बाबा मिलने के लिए आएंगे। बाबा को ढूंढ कर लाना चाहिए। लोगों के परिवार नष्ट हुए हैं। बाबा की ये गलती है कि इतनी भीड़ थी तो उन्हें हाथ उठाना चाहिए था और बोलना चाहिए था ऐसे मत निकलो। कम से कम 50-100 लोगों को सुरक्षा के लिए लगाते तो इतनी बड़ी दुर्घटना ही नहीं होती। वहीं अपनी दोस्तों की मौत पर उन्होंने कहा कि मेरे को काफी दुख हुआ है, मैं 20 लाशों के बीच बैठकर बहुत रोई थी।

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          राहुल गांधी ने की पीड़ित परिवारों से मुलाकात

          कांग्रेस के नेता राहुल गांधी शुक्रवार को सुबह हाथरस पहुंचे और हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिवार से मिले। इस दौरान राहुल गांधी ने उनसे घटना के बारे में बात की। इससे पहले अलीगढ़ के मृतकों के परिवार से भी मुलाकात की। 

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