मणिपुर हिंसा: गुस्साई भीड़ ने महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने वाले शख्स का फूंका घर, प्रदेश सरकार ने अन्य आरोपियों की तलाश करने के लिए गठित की टीम

  • मणिपुर मामले में चार आरोपी और गिरफ्तार
  • अन्य की तलाश करने में जुटी पुलिस

Bhaskar Hindi
Update: 2023-07-21 04:58 GMT

डिजिटल डेस्क, इंफाल। पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर लगभग तीन महीने से हिंसा की आग में जल रहा है। हद तो तब हो गई जब दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर उनका परेड निकाला गया। इस घटना के मुख्य आरोपी को पुलिस ने 20 जुलाई को ही दबोच लिया था। अब तक इस मामले में चार लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। खबर है कि इस घटना को अंजाम देने वाला मुख्य आरोपी के घर तोड़ फोड़ के साथ गुस्साई भीड़ ने आग के हवाले कर दिया है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जो मणिपुर के चेकमाई इलाके की है। आग लगाने वाले लोगों में अधिकतर महिलाएं शामिल हैं।

हिंसा की आग में जल रहे मणिपुर से दो महिलाओं के साथ दरिंदगी का वीडियो, 19 जुलाई को सोशल मीडिया पर अचानक से वायरल होने लगा था। जिसके बाद से देश के अलग-अलग हिस्सों में इसे लेकर लोगों में गुस्सा देखा गया। इस पूरे मामले में केंद्र से लेकर राज्य सरकार के रवैये पर विपक्षी दल प्रश्न खड़ा कर रहे हैं। महिलाओं के साथ क्रूरता की सारी हदें पार करने वाले शख्स का नाम खुयरूम हेरादास है जो थॉउबल जिले का रहने वाला है। जिसकी उम्र 32 साल बताई जा रही है। चार लोगों की गिरफ्तारी होने के बाद अन्य आरोपियों को भी पकड़ने के लिए पुलिस छानबिन कर रही है। जिन्हें पकड़ने के लिए प्रदेश सरकार ने 12 टीमें लगाई है ताकि उन्हें पकड़ उचित कार्रवाई की जा सके।

कब का है वीडियो?

वायरल हो रहे वीडियो मणिपुर के कांगपोकपी जिले का है। इसी जिले में भीड़ ने दो महिलाओं से छेड़छाड़ और नग्न कर उनका परेड निकाला था। पुलिस में शिकायत दिए गए पत्र के अनुसार, 4 मई को हुए हिंसा के दौरान एक हजार से ज्यादा लोग हथियार सहित कांगपोकपी जिले के फेनाम गांव में दाखिल हो गए और गांव में जमकर उत्पात मचाई थी। इसके साथ ही लोगों के घरों से संपत्तियां लूटी गई और उनके आशियाने को आग के हवाले कर दिया था। शिकायत के मुताबिक, गांव वाले अपनी जान बचाने के लिए इधर उधर भागने लगे। इसी दौरान पांच लोग भीड़ से बचने के लिए गांव से जंगल की ओर भाग गए थे। जिनमें तीन महिलाएं और दो पुरुष थे।

तीन महिलाओं के साथ हुई थी दरिंदगी

जंगल में भागते हुए इन पांचों लोगों को नोंगपोक सेकमाई पुलिस स्टेशन की एक टीम ने रेस्क्यू किया था। पुलिस के रेस्क्यू करने के बावजूद भीड़ ने स्टेशन से दो किलोमीटर पहले ही टूबू इलाके के पास से उन्हें छीन लिया। जिसके बाद भीड़ ने पांच लोगों में मौजूद 56 वर्षीय एक व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या कर डाली। जबकि पांच लोगों में से तीन महिलाओं को कपड़े उतारने के लिए कहा गया। ऐसा न करने पर उनके साथ मारपीट की गई, जिसके बाद भीड़ ने महिलाओं के साथ सारी हादें पार करी। तीनों महिलाओं में मौजूद 21 वर्षीय महिला के साथ सामूहिक रेप किया गया और जब इसे रोकने के लिए युवती का छोटा भाई सामने आया तो भीड़ ने उसकी भी हत्या कर दी। तीनों महिलाओं में से एक किसी तरह वहां से भागने में सफल रही जबकि दो महिलाएं भीड़ में फंस गई जिसके बाद उनके साथ क्या हुआ अब सारा जमाना जानता है।

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